भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किए है
जिससे उन्हें टीम की रक्षा में प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बनने में मदद मिली है.
उन्होंने हाल ही में आयोजित बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत
को रजत पदक दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी.
हालांकि 29 वर्षीय खिलाड़ी का मानना है कि व्यस्त सीजन से पहले उनके लिए अभी भी बहुत कुछ सुधार करना बाकी है.
उन्होंने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि पिछले साल
यह ओलिंपिक कन्या पदक हमने जीता था और इस साल
राष्ट्रमंडल खेलों में हमने रजत पदक जीता है इसलिए यह
अब तक एक शानदार यात्रा रही है. मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व
करने और सबसे बड़े खेलों में पदक जीतने के लिए बहुत भाग्यशाली हूँ.
पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर है अमित रोहिदास
मुझे लगता है कि अभी भी एक बहुत लम्बा सफर तय करना है और
खेलों व्यस्तता के साथ हे हमें अपने खेल में और सुधार लाना है.
बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया
के खिलाफ हार गई थी. अभियान पर विचार करते हुए अमित ने कहा
कि हमने पूरे टूर्नामेंट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मुझे लगता
है कि हम फाइनल में और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. हमने कुछ
गलतियां की और अपनी योजनाओं को सफल बनाने में चुक गए थे.
भारतीय टीम वर्तमान में न्यूजीलैंड और स्पेन के खिलाफ
आगामी एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग मैचों की तैयारी कर रही है
जो ओडिशा में 28 अक्टूबर से शुरू होने वाली है.
आगामी टूर्नामेंट की कर रहे है जमकर तैयारी
साईं बेंगलुरु में शिविर में टीम के फोकस पर बोलते हुए
अमित ने कहा कि टीम खेल के हर फ्लू पर ध्यान केन्द्रित कर रही है.
उन्होंने कहा कि शिविर में वापिस आने के बाद हमने राष्ट्रमंडल
खेलों में अपने प्रदर्शन का अवलोकन किया और एक नए दृष्टिकोण
के साथ प्रशिक्षण शुरू किया है. अपनी फिटनेस के साथ-साथ
बचाव से लेकर फिनिशिंग तक हम वर्तमान में खेल के हर पहलू पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं.