हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे
पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप टिर्की का सामना एक अक्टूबर
को होने वाले राष्ट्रीय महासंघ के चुनावों में उत्तरप्रदेश हॉकी
प्रमुख राकेश कात्याल और हॉकी झारखण्ड के भोलानाथ सिंह से होगा.
अध्यक्ष पद के लिए राकेश कात्याल लड़ेंगे चुनाव
लेकिन इमसें एक दिसचस्प मोड़ भी आया है क्योंकि आरपी
सिंह ने कात्याल से अपना नामांकन वापस लेने और चुनाव लड़ने
के बजाए टिर्की का समर्थन करने का अनुरोध किया है. उन्होंने
लिखा कि हमारा मानना है कि दिलीप टिर्की हॉकी के विकास
के लिए सही कदम उठाएंगे और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं.
कात्याल ने हालांकि कहा कि अभी तक उन्होंने फैसला नहीं लिया है
कि उन्हें चुनाव लड़ना है या नहीं. उन्होंने न्यूज़ रिपोर्ट में कहा कि
मैंने अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र भर दिया है. हाँ मुझे
अपना नामांकन वापिस लेने का अनुरोध प्राप्त हुआ है लेकिन
मैंने अभी फैसला नहीं लिया है अभी तक मैं दौड़ में बना हुआ हूं.
नामांकन वापिस लेने की अंतिम तारीख 23 सितम्बर है.
खिलाड़ी से नेता और प्रशासक बनें टिर्की देश के लिए सबसे ज्यादा
412 मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. हॉकी झारखण्ड के
अध्यक्ष भोलानाथ राष्ट्रीय स्तर के पूर्व पहलवान है उन्होंने
अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए भी नामांकन भरा है.
भोलानाथ के अलावा दिल्ली हॉकी अध्यक्ष हितेश सिन्दवानी और
हॉकी महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष मनोज भोरे भी महासचिव पद
के लिए चुनाव लड़ेंगे. भोलानाथ ने भी पुष्टि की है कि
उन्होंने पदों के लिए नामांकन भरा है. हॉकी इंडिया के
संविधान के अनुसार उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद के लिए
एक पुरुष और एक महिला नामांकन अनिवार्य है.
उपाध्यक्ष पद के लिए आसिमा अली हुई चुनाव में खड़ी
उपाध्यक्ष पद के लिए हॉकी जम्मू-कश्मीर की आसिमा अली
एकमात्र महिला और हॉकी कर्नाटक प्रमुख एसवीएस सुब्रमन्य
गुप्ता एकमात्र पुरुष उम्मीदवार है. अनुभवी खेल प्रशासक
सुनील मालिक संयुक्त सचिव पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार हैं
जबकि हॉकी राजस्थान की आरती सिंह संयुक्त सचिव पद के लिए हॉकी हरियाणा की रेणु सामने होंगी.