भारत का राष्ट्रीय खेल हमेशा सुर्ख़ियों में रहता है. ऐसे में हॉकी का विश्वकप अगले साल होने जा रहा है.
खेल को लेकर खिलाड़ियों में ही नहीं बोर्ड के अधिकारियों में भी हलचल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि हॉकी खेल के चुनाव होने वाले है.
भारतीय हॉकी के चुनाव
सीओए के साथ हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि 9 अक्टूबर से पहले हॉकी इंडिया के चुनाव सम्पन कराए जाने है.
इसके लिए एके मजुमदार को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है.
हाल ही में अंतराष्ट्रीय हॉकी महासंघ और भारत में हॉकी का संचालन करने वाली समिति सीओए के बीच बैठक में ही यह निर्णय लिया गया है.
बैठक में एफआईएच के कार्यकारी अध्यक्ष सैफ अहमद, सीईओ थियरी वील और सीओए के सदस्यों न्यायमूर्ति अनिल आर दवे, एसवाई कुरैशी और जफर इकबाल ने भाग लिया था.
निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति
बता दें कि अन्तराष्ट्रीय हॉकी महासंघ का दो दिवसीय दौरा दिल्ली में आयोजित था. जिसमें हॉकी के आने वाले कार्यक्रम के बारे में रूपरेखा बनाने का काम सौंपा गया था.
जारी किए गए एक बयान के अनुसार अब हॉकी चुनाव के लिए नियुक्त किए गए नए निर्वाचन अधिकारी तुरंत प्रभाव से यह पद ग्रहण करेंगे.
बता दें कि उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेशों के अनुसार सीईओ ही भारतीय हॉकी सब काम अपने जिम्मे लेगी.
और आगे के निर्णय भी सारे सीईओ के हाथ में होंगे.
बता दें पिछली बार की तरह ही इस बार भी हॉकी विश्वकप की बागडोर भारत के हाथ में हैं.
साथ ही इसकी जिम्मेदारी उड़ीसा को दी गई है.
जहां राउरकेला और भुवनेश्वर में यह विश्वकप खेला जाएगा.
राउरकेला में देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम भी बनने जा रहा है. साथ ही भुवनेश्वर के ऐतिहासिक कलिंग स्टेडियम में यह मैच होने है.
पहले खबर थी कि हॉकी विश्वकप की मेजबानी भारत अपने हाथों से गंवा सकता है.
लेकिन अब यह खबरें खत्म हो गई है. उड़ीसा इन खेलों की मेजबानी करने जा रहा है.
13 जनवरी से लेकर 29 जनवरी तक इस वर्ल्डकप का आयोजन किया जाएगा.