GM एस एल नारायण भारत के काफी मजबूत खिलाड़ी है और पिछले दो सालों से वो काफी
अच्छा प्रदर्शन करके दिखा रहे है , 2 दिन पहले ही उन्होंने वर्ल्ड टीम चेस चैम्पीयनशिप के दौरान
देश के लिए व्यक्तिगत कांस्य पदक भी जीता है | नारायण का स्वभाव भी काफी नरम है और वो
कभी भी सार्वजनिक रूप से अपना आक्रोश नहीं दिखाते है पर आज उन्होंने अपने official ट्विटर
अकाउंट से एक बड़ा ट्वीट किया है जो उन्होंने अपमानित महसूस होने के बाद किया है |
नारायण ने अपने ट्वीट में लिखा
आज मुझे अपमानित महसूस हुआ है , और अगर मैं इसके बारे में चुप रहता तो मैं अपने और अन्य
खिलाड़ियों के साथ न्याय नहीं कर पाता , जो की इसी तरह के अनुभवों से गुजरते है | मैं आज Bundesliga
में खेल रहा था ,पहले राउंड से पहले एक रेंडम चेक के लिए आर्बिटर द्वारा 5 खिलाड़ियों को चुना गया
जिनमें से एक मैं भी था , जांच के दौरान मेटल डिटेक्टर में बीप की आवाज आई तो मुझे अपने जूते
निकालने के लिए कहा गया और उन्होंने फिर से जांच की , फिर बीप हुआ तो मुझे अपने मोजे उतारने
के लिए कहाँ गया जिसके बाद आर्बिटर ने मेरे पैर पर मेटल डिटेक्टर चलाया और फिर बीप सुनाई दी |
एस एल नारायण हुए शर्मसार
इसके बाद मुझे दूसरी तरफ जाने के लिए कहाँ गया और अगले खिलाड़ी को बुलाया गया , ये समझाना
काफी मुश्किल है की मुझे कितना बुरा लगा जैसे की मैं किसी चीज का दोषी था जिसके बारे में मुझे
जानकारी नहीं थी | ये सब प्लेइंग हॉल के बीच में हो रहा था , मैं अपने हाथ में एक मौज़ा लेकर नंगे
बाएँ पैर के साथ खड़ा था ,अनुमान लगाए की मुझे कैसा लग रहा होगा , इसी बीच जब दूसरे खिलाड़ी
के पैर को स्कैन किया गया तो मेटल डिटेक्टर ने फिर से बीप किया जिसके बाद आर्बिटर ने फर्श
की जांच की और तब पता चला की फर्श पर बिछे कालीन पर ही बीप को ट्रिगर हर रहा था ना की
कोई इंसान |
खिलाड़ियों के लिए है ये अपमानजनक
नारायण ने आगे लिखा “अर्बिटर ने मुझसे माफी मांगी पर मेरे लिए ये काफी शर्मनाक अनुभव था
और ये मेरे राउंड से ठीक कुछ मिनट पहले हुआ था | आर्बिटर ने माफी मांगी ये कबीले तारीफ है
लेकिन इस पूरी स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था | हाँ शतरंज में धोखाधड़ी को रोकने
के लिए हमें ऐसे सतर्क अर्बिटर की जरूरत है पर उन्हें और भी प्रोफेशनल तरीके से कार्य करना चाहिए ,
उन्हें अजीब सवाल पूछने से पहले फर्श की जांच करनी चाहिए , जैसे की “आपकी कोई सर्जरी हुई थी
या नहीं” | इस तरह FIDE और टूर्नामेंट के आयोजक बदलाव लाएंगे और खिलाड़ियों को इस तरह के
अपमान से बच सकेंगे |
ये भी पढ़ें :- Asian Junior 2022 : IM हर्षवर्धन ने जीत लिया स्वर्ण पदक