रूस के GM नुखिम राशकोवस्की 77 वर्ष की उम्र में लंबी और गंभीर बीमारी के कारण चल बसे |
नुखिम का जन्म 1946 में सेवरडलोव्स्क शहर में हुआ था वो मिखाइल बोट्वनिक स्कूल के सबसे
पहले छात्रों में से एक बने थे , 1958 में उन्होंने स्कूल के बच्चों के बीच USSR चैम्पियनशिप जीती
थी और फिर चार साल बाद RSFSR यूथ चैम्पियनशिप में भी अपना जलवा दिखाया और चैंपियन
बने | RSFSR के दो बार के चैंपियन रहते हुए उन्होंने 1972 में USSR चैंपियनशिप में डेब्यू किया
और अपने स्टाइल के लिए उन्हें कई विशेषज्ञों से रिव्यू मिले जिनमें इवेंट के विजेता मिखाइल ताल
भी शामिल थे।
1979 में बने ग्रैंडमास्टर
1979 में राशकोवस्की ने सोची में एक मजबूत टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया और ग्रैंडमास्टर का टाइटल हासिल किया , बता दे नुखिम रशकोवस्की खुद एक शिक्षक भी थे और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन ट्रेनर के रूप में भी कई बार साबित किया है | सालों तक उन्होंने नोना गैप्रिन्दाशविली, विटाली सेशकोवस्की, कजाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम और RSFSR महिला टीम के साथ सफलतापूर्वक काम किया।
इन टीमों को दी ट्रेनिंग
1990 के दशक में वो रूसी महिला टीम के प्रमुख रहे जिन्होंने 1996 में येरेवन में विश्व शतरंज ओलंपियाड में कांस्य पदक जीता और 1998 में एलिस्ता में सिल्वर मेडल जीता | साल 2001 से लेकर 2003 तक उन्होंने रूस के पुरुषों की टीम को ट्रेनिंग दी जिन्होंने 2002 में शतरंज ओलंपियाड जीता और 2003 में यूरोपीय शतरंज चैंपियनशिप भी जीती | राशकोवस्की ने कई सालों तक अगाट, मैक्सवेन और यूराल शतरंज टीमों की कप्तानी की जिनकी स्थापना उन्होंने खुद ही करी थी |