महिलाओं की Grand Prix सिरीज़ का पहला ईवेंट कज़ाकिस्तान के नूर सुल्तान में 17 सितंबर को शुरू हुआ
था और 30 सितंबर को समाप्त हो जाएगा | इस ईवेंट में विश्व की नो.2 खिलाड़ी एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना ,
Zhu Jiner, कतेरीना लग्नो और वैशाली आर जैसी बेहतरीन players मुकाबला कर रही है | इस वक्त 7/9
अंकों के साथ लग्नो प्रथम स्थान पर पहुँचने की कोशिश कर रही है , ईवेंट काफी मनोरंजन से भरा हुआ है
पर GM Ilya Smirin के एक विवादित और अस्वीकार्य बयान से शतरंज की दुनिया के सभी लोग काफी
नाराज़ है |
एक official ब्रोडकास्ट के दौरान स्मिरिन और फिओना स्टिल-एंटोनी दोनों Fide के लिए कमेंटेटर चुने गए थे ,
कॉममेंटरी के दौरान स्मिरिन ने कहा “शतरंज महिलाओं के लिए नहीं है” और इसी के साथ वो शतरंज की
महिलाओं के लिए अपमानजनक बातें करते रहे , उन्होंने ये भी कहा की “महिलाएं क्यू पुरुषों के खिलाफ खेल
सकती है पर पुरुष महिलाओं के खिलाफ नहीं खेल सकते ? और आखिर क्यूँ महिलाएं पुरुषों का GM टाइटल
प्राप्त करना चाहेंगी” |
उनकी ये बातें सुनने के बाद शतरंज की दुनिया की सभी महिलाएं भड़क चुकी है , गुलरुखबेगीम
तोखिरजोनोवा ने स्मिरिन की इस टिप्पणी पर ट्वीट कर लिखा “क्या ये भेदभाव नहीं है ? ,
महिलाओं के इतने बड़े टूर्नामेंट में एक Fide ब्रोडकास्ट के दौरान इस तरह का आदमी काम कैसे कर
सकता है ?
आईएम इरीना बुलमागा ने भी इस टिप्पणी पर ट्वीट करते हुए कहा की “मैं जीएम स्मिरिन को एक दिलचस्प
खिलाड़ी और व्यक्ति मानती हूँ पर उन्होंने महिलाओं के खिलाफ जो टिप्पणी की है वो बेहद की शर्मनाक है ,
दुर्भाग्यवश के व्यवहार शतरंज की दुनिया में काफी आम बात है , शतरंज कम्यूनिटी के कई लोग इससे भी
ज़्यादा शर्मनाक टिप्पणियां कर चुके है |
बता दे की 2015 में Nigel Short ने भी कुछ ऐसा ही कहा था और दावा किया था की पुरुष महिलाओं की
तुलना में खेल को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते है , इसी टिप्पणी के तीन साल बाद शॉर्ट को Fide
का vice प्रेसीडेंट बना दिया गया था , और स्मिरिन को भी अब इसी तरह फिर ब्रोडकास्ट के दौरान देखा
जाएगा और उनसे कोई माफी मांगने के लिए भी नहीं कहा जाएगा जो की काफी शर्मनाक है |
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