1996 यानि अब से 20 वर्ष पहले वर्ल्ड चैम्पीयन रह चुके गैरी कास्पारोव ने सुपर कंप्युटर Deep Blue को
शतरंज के एक बड़े मुकाबले में चैलेंज किया था , कंप्युटर और गैरी के बीच कुल 6 games खेली गई थी ,
उस मुकाबले पर विश्व के सभी लोगों की नज़रे टिकी हुई थी , शतरंज के सभी खिलाड़ी , scientist , कंप्युटर
experts और पब्लिक सभी ने अपनी नज़रे उस मैच पर टिकाई हुई थी क्यूंकि ये मनुष्यता और मशीन के बीच
का मुकाबला था |
पहली गेम ने सबको चौका दिया था जब वर्ल्ड चैम्पीयन कास्पारोव को 37 moves के बाद resign देना पढ़
गया था , इस गेम ने शतरंज के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ ले लिया था क्यूंकि पहली बार विश्व चैम्पीयन
टूर्नामेंट में धीमे समय के नियंत्रण की वजह से हार गए थे |
दूसरी गेम में सबकी नज़रे कास्पारोव पर थी ये देखने के लिए की क्या वो दीप ब्लू के सामने अपनी
चौकने वाली हार से उभर पाए है या नहीं , उन पर मानवजाति के बुद्धि का भारी भार था पर एक विश्व
चैम्पीयन होने के नाते उन्होंने ये चुनौती स्वीकार की जो की काफी गर्व की बात थी , वो ये दूसरा round
कंप्युटर से जीत भी गए थे |
जब तीसरे round की बारी आई तो महोल थोड़ा शांत हो चुका था क्यूंकि दोनों का स्कोर अब 1-1 पर चल रहा
था , तीसरी गेम ड्रॉ हो गई , deep ब्लू ने पूरी कोशिश की पहले round की तरह कास्पारोव को dominate
करने की पर उन्होंने अपनी गेम को नियंत्रण में रखा और 39 moves के बाद गेम ड्रॉ हो गई |
चौथा गेम भी ड्रॉ हुआ था पर पाँचवे गेम में deep blue ने कास्पारोव के एक मूव के बाद ड्रॉ से इनकार कर
दिया जिसके बाद गैरी ने एक ऐसी चाल चली जिससे कंप्युटर resign करने पर मजबूर हो गया | छठी गेम
में भी कास्पारोव ने अपनी रणनीति वही रखी और ये round काफी एक तरफा दिखा , कास्पारोव ने ये
round जीत कर साबित कर दिया की मनुष्य अभी भी शतरंज का राजा है |
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