पंजाबी के फिरोजपुर में गट्टी राजोके के एक सीमावर्ती गांव में चार लड़कियों ने ना केवल क्षेत्र का बल्कि राज्य का नाम भी बनाया है. इन चारों लड़कियों ने कड़ी मेहनत के चलते राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक नाम किया है. कबड्डी के खेल में इन खिलाड़ियों ने महारत हासिल की है. चैंपियनशिप की शुरुआत 19 दिसम्बर को हुई थी जो 22 दिसम्बर तक चली थी. इन लड़कियों के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर है. लड़कियों ने सभी बाधाओं को पार करने के लिए बड़ा साहस का प्रदर्शन किया है.
फिरोजपुर की लड़कियों ने दिखाया दम, बनाया नाम
वहीं स्थानीय विद्यालय के प्रधान्चारी डॉक्टर सतिंदर सिंह ने कहा कि, ‘शुरुआत में उनके माता-पिता उन्हें स्कूल भेजने से भी हिचक रहे थे कबड्डी जैसे खेलों में भाग लेने की क्या ही बात करेंगे? शुरुआत में उनमें से आठ ने स्कूल में खेलना शुरू किया था. वहीं घर वालों के दबाव में आकर चार ने अपना नाम वापिस ले लिया था. वहीं बाकी चार खिलाड़ियों में अंजू, गगनदीप कौर, पूजा रानी और लखविंदर कौर ने सबकी आलोचना को सहते हुए भी खेलना जरी रखा और उन्होंने यह मुकाम पाया है.’
इसके साथ ही खिलाड़ी अंजू ने अपनी बात रखते हुए कहा कि, ‘चार भाई-बहन में सबसे छोटे होने के नाते मेरे माता-पिता शुरू में आनाकानी करने लगे थे. उन्होंने मुझे अपनी बड़ी बहन के हस्तक्षेप के बाद कबड्डी खेलने की अनुमति दी थी.’ उन्होंने आगे बताया कि, ‘हम चार बहनें है और मेरे पिता के लिए रोजाना मेरी यात्रा के लिए 60 रुपए खर्च करना मुश्किल था. हालांकि मैंने उन्हें मना लिया था.’
वहीं गगनदीप कौर ने कहा कि, ‘चूंकि मेरी मां का दो साल पहले निधन हो चुका था और मेरे पिता एक दिहाड़ी मजदूर भी है. वह मुझसे घर के कामों पर ध्यान देने के लिए कहते थे. लेकिन बाद में उन्होंने मेरा साथ दिया और मेरे सफर में उन्होंने भी काफी मेहनत की थी.’