Frank Martin ने लाइट वेघट कैटेगरी को पूरी तरह खुल्ला छोड़ दिया है। ये लडाई ही कुछ ऐसी थी कि इस लडाई मे फैंस ने भी अपनी भूमिका देने मे पीछे नही हटे थे। ये प्रदेशनी कुछ इस प्रकार कि थी जो बनयान बाज़ी से बताया नही जा सकता था। ये मुकाबला बहुत ही हाई प्रेशर मे, लोगो के निगरानी मे , frank martin ने अपना सयम नही खोया और ऐसा जवाब दिया कि चैंपियनशिप कि पुकार उन्हे उनके और खीचे जा रही हो।
Frank Martin ने किया कमाल
माइकल रिवेरा के खिलाफ 50*50 का ये मुकाबला था या यूं कहें कि उनका पलड़ा भारी नज़र आ रहा था। पर जो मैच मे हुआ उसे देखकर मानो ऐसा लगा कि सारी गणित ही उल्टी पड़ गयी हो। जहाँ सबको लग रहा था कि रिवेरा जीतेंगे वहाँ उल्टा हो गया। Martin ने रिवेरा को बड़े ही आसानी से जीत लिया था। और यहाँ से टाइटल कंटेंशं कि लिस्ट लंबी होती जा रही है।
पहले 4 राउंड मे मुकाबला बहुत ही कांटे कि टैक्कर का चल रहा था। फिर 5 वे राउंड मे पता चलने लगा कि कों किस्पे भारी पड़ रहा है। 7 वे राउंड मे रिवेरा अपने आप को बचाते दिख रहे थे। उन्होंने सोचा कि मैच को खत्म करना ही उचित होगा तो उन्होंने अपने पॉवर का इस्तेमाल कियाकिया। पर martin ने सम्बलते हुए अपने दाहिने मुक्खे से रिवेरा को चित्त कर दिया।
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रिवेरा अभी भी लाइटवेट में एक वास्तविक शक्ति साबित हो सकते है पर उन्हे अपने टेकनीक् पर ध्यान देना होगा। मार्टिन ने जिस तरह का फुटवर्क, हाथ की गति, पंच लगाने और डिफेंस का प्रदर्शन किया, वह एक समस्या हो सकती है, भले ही कोई फाइटर कितना भी अनुभवी क्यों न हो।
अब रिवेरा के पास समय है कि वे अपने आप को संजोरकर वापस अपने आप को त्यार करे। इस हार पर रिवेरा ने कहा कि हार और जीत जीवन के पेहलु है आप उससे क्या सीखते है और अपने आपको केसे आगे बड़ाते है, ये आपको तय करता कि आप कितने बड़े बोक्सर्स बनेंगे। martin अब अपने अगले दौर के लिए त्यार हो चुके है।