फ़्रैंक वॉरेन का मानना कि जोशुआ और वाइल्डर की लडाई मुश्किल, फ्रैंक वॉरेन का मानना है कि जोशुआ और वाइल्डर की लडाई मुश्किल दिख रही है, क्यूँकि इस लडाई को जो पहले दिसंबर मे कराया जाने वाला था , लेकिन किसी कारण से इस मुकाबले को जनवरी पर आगे धकेला गया है। हर्न का मानना है कि मुकाबला सऊदी अरब मे होना चाहिए जिससे उन्हे काफी पैसा मिल सकता है। फिर ऐसा क्या कारण है कि फ्रैंक वॉरेन कह रहे है कि ये लडाई का होना मुश्किल है।
क्या ला सकती है लडाई पर रोक
जोशुआ बनाम वाइल्डर को अंतिम रूप देने के लिए सऊदी अरब में जनवरी महीने की तारीखों को लक्षित करने के साथ चर्चा चल रही है।जोशुआ के प्रमोटर एडी हर्न के अनुसार, लड़ाई का एकमात्र तरीका यह है कि यदि सऊदी स्थित प्रचार संगठन, स्किल चैलेंज प्रमोशन, इस आयोजन को आयोजित करने के लिए आवश्यक धन जुटाने में असमर्थ है। जहाँ एससीपी के सदस्य जोशुआ की पिछली फाइट मे शामिल भी थे।
इसी चीज को लेकर वॉरेन का सवाल है कि कैसे एससीपी जोशुआ बनाम वाइल्डर के मुकाबले मे धन जुटाने मे सक्षम होगी। मुझे इसके बारे मे नही मालूम है कि ये केसे होने वाला है, क्यूँकि इस लडाई के लिए मे भी बेसब्री से इंतेज़ार कर रहा हूँ। लेकिन ‘मुझे नहीं लगता कि वे इसे बनाते हैं और उन्हें उतना पैसा मिलता है जितना वे सोचते हैं कि उन्हें मिलने वाला है, मैं वास्तव में नहीं करता। वे बीच में जोशुआ के लिए एक और लड़ाई करने के बारे में बात कर रहे थे, और मुझे लगता है कि उन्हें इससे कोई समस्या होने वाली है क्योंकि मुझे लगता है कि जनता और अधिक की उम्मीद करेगी।
पढ़े : हर्न ने नैट डियाज़ की धमकियों पर दिया जवाब
ये मुकाबला दिसंबर मे होना चाहिए था
जोशुआ बनाम वाइल्डर शुरू में दिसंबर के लिए निर्धारित था, लेकिन बाद में इसे एक और महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया। हर्न के इस आग्रह के बावजूद कि जोशुआ का अगला मुकाबला वाइल्डर से होगा, एजे की ओर से मिले-जुले संदेश आए, जिन्होंने दावा किया कि वह हेलेनियस के साथ टकराव के तुरंत बाद इस साल दो बार और लड़ना चाहते थे।
फ्रैंक की इन बातो ने बहुत बड़ा बवाल खडा कर दिया है, जहाँ हर्न का पूरा दावा है कि जोशुआ और वाइल्डर की लडाई ज़रूर होगी वहीं फ्रैंक जो सबसे काबिल प्रोमोर्टर रहे है, और उनका ये ठोस तरीके से कहना कही बड़ी बातों को उजागर करता है, की वाकई मे लडाईयां होने के लिए होती है या सिर्फ बातूनी खेल का पिटारा है।