Football Ground Detail in Hindi: फुटबॉल न केवल एक Game है बल्कि यह जुनून, उत्साह और Lifestyle का प्रतीक भी है। इसका मैदान, जिसे फुटबॉल ग्राउंड या पिच के नाम से जाना जाता है। ग्राउंड के बिना फुटबॉल को नहीं खेला जा सकता। आज हम आपको फुटबॉल ग्राउंड की पूरी डिटेल देने जा रहे हैं। इस आर्टिकल में आपको फुटबॉल मैदान के हर एक पहलू की जानकारी मिलेगी।
Football आज के समय में दूनिया का सबसे पॉपुलर आउटडोर गेम हैं। पूरे विश्व में सबसे अधिक लोग इसी गेम को पसंद करते हैं। आज हम आपके सामने Play Ground में खेले जाने वाले इस गेम के ग्राउंड की हर एक डिटेल रखेंगे।
Size Of Football Ground । फुटबॉल ग्राउंड का साइज
अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल संघ (FIFA) के नियमों के मुताबिक फुटबॉ ल पिच की लंबाई (Length Of Football Ground) 100 से 110 मीटर (लगभग 110 से 120 यार्ड)। इसकी चौड़ाई (Width Of Football Pitch) 64 से 75 मीटर (लगभग 70 से 80 यार्ड) के बीच होनी चाहिए।
इतने बड़े मैदान में फुबबॉल ग्रआंड में फुटबॉलर बड़े ही आसानी से अपना खेल पाते हैं। उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है। इस 46 से 75 मीटर के बीच दोनों टीम के 22 खिलाड़ी अपना प्रदर्शन दिखाते हैं। बाकी के खिलाड़ी ग्राउंड के बाहर होते हैं। जरूरत पड़ने पर खिलाड़ियों को बदला जाता है। गेम के नियम के अनुसार ही खिलाड़ी को रिप्लेस किया जाता है।
फुटबॉल ग्राउंड में कैसी घास होनी चाहिए?
फुटबॉल ग्राउंड की सतह या तो नेचुरल घास की हो या artificial turf की होनी चाहिए। अगर प्राकृतिक घास का मैदान होगा तो फुटबॉल खेलने में प्राकृतिक सौंदर्यता का आनंद मिलेगा। आर्टिफीसियल टर्फ रखरखाव और long term durability के लिए फुटबॉल मैदान में इस्तेमाल किया जाता है।
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आज के समयम में तो आर्टीफीसिल के साथ-साथ नेचरुल घांस दोनों का प्रयोग किया जाता है। ग्राउंड में घास बनाए रखने के लिए पिच क्यूरेटर बड़ी मेंहनत करते हैं। मैच से एक दिन पहले भी ग्राउंड का अच्छी तरह से मुआयना किया जाता है। अगर कुछ गड़बड़ी होती है तो उसे तुरंत ठिकी किया जाता है। घास का होना इस लिए जरूरी है ताकि खिलाड़ी जब पिच पर गिरे तो उन्हें ज्यादा चोट न लगे।
फुटबॉल मैदान में मार्किंग और लाइनें
फुटबॉल पिच ((Football Pitch) पर विभिन्न प्रकार की लाइनें और मार्किंग होती हैं। यही लाइन और मार्किंग खेल को आसान बनाती हैं। Main Line में टच लाइन, गोल लाइन, मिडफील्ड लाइन और पेनल्टी एरिया होका हैं। इन्हीं लाइन और मार्किंग के हिसाब से नियम बनाए जाते हैं।
गोलपोस्ट (Goalpost in Football): फुटबॉल के मैदा दोनों छोर पर गोलपोस्ट होते हैं। इनकी ऊंचाई (Height Of Goal Post in Football) 2.44 मीटर (8 फुट) और चौड़ाई 7.32 मीटर (24 फुट) होती है। फुटबॉल ग्राउंड में लाइन और मार्किंग का होना बहुत जरूरी होता है। इससे समझ में आता है कि कौन सा खिलाड़ी किस जगह खड़ा है। इससे रेफरी को भी डिसीजन देने में मदद मिलती है। फाउल या पेनाल्टी देने पर भी मदद मिलती है।
Football Ground की देखभाल करना जरूरी
Football ग्राउंड की देखभाल और रखरखाव करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। मैदान में हमेशा घास रहनी चाहिए। और घास छोटी-छोटी होनी चाहिए। समय-समय पर इसकी कटाई की जानी चाहिए।
फुटबॉल ग्राउंड की देखभाल करना बहुत ही जरूरी होता है। फुटबॉल ग्राउंड को समय-समय पर पानी की दरकार होती है। बिना पानी पाए ग्राउंड चट्टान बन सकता है। इसलिए रात के समय एक निश्चित दिनों के बाद ग्राउंड को पानी से सीचा जाता है।
निष्कर्ष। Conclusion
फुटबॉल का ग्राउंड (Football Ground) को सिर्फ एक जमीन के टुकड़े के रूप में नहीं देखा जा सकता है। मैच देखने आने वाले करोड़ों दर्शकों के लिए यह ग्राउंड एक अलग महत्व रखता है। अपने चहेते खिलाड़ियों को देखने के लिए उनके फैंस मैदान के चारो ओर बैठे होते हैं। इससे फुटबॉल ग्राउंड की शोभा बढ़ जाती है। फुटबॉल ग्राउंड को बहुत ही सोच समझकर डिजाइन किया जाता है। इसे ऐसे डिजाइन किया जाता है ताकि किसी खिलाड़ी को मैच के दौरान किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
हम उम्मीद करते हैं कि फुटबॉल ग्राउंड के बारे में हमारा यह लेख आपको काफी पसंद आया होगा। इससे आपको ग्राउंड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जरूर मिली होंगी। इस तरह की रोचक खबरे और आर्टिकल पढ़ने के लिए बने रहे हमारे साथ।
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