फीफा ने सभी प्रतिस्पर्धी देशों से फुटबॉल पर ध्यान देने को कहा।फीफा ने विश्व कप में भाग लेने वाली सभी 32 टीमों को लिखा है कि उन्हें यह बताने का समय आ गया है कि आपके फुटबॉल पर ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है।
वर्ल्ड कप का प्रारंभ
कतर में 20 नवंबर से शुरू होने वाला यह टूर्नामेंट विवादों से घिरा रहा है। कतर की समलैंगिक संबंधों पर उसके रुख, उसके मानवाधिकार रिकॉर्ड और प्रवासी श्रमिकों के साथ उसके व्यवहार के लिए आलोचना की गई है।कुछ खिलाड़ियों द्वारा शांतिपूर्ण विरोध की योजना बनाई गई है।
टीमो के तर्क
इंग्लैंड के हैरी केन और यूरोपीय टीमों के नौ अन्य कप्तान वन लव आर्मबैंड पहने होंगे। कतर के विरोध में डेनमार्क विश्व कप के लिए टोंड डाउन शर्ट पहनेगा, उनके किट प्रदाता हम्मेल ने कहा कि वह एक टूर्नामेंट में दिखाई नहीं देना चाहता है, जिसका दावा है कि हजारों लोगों की जान चली गई है।
फ्रांस के गत चैंपियन होने के बावजूद पेरिस और अन्य फ्रांसीसी शहर सार्वजनिक क्षेत्रों में विश्व कप मैचों की स्क्रीनिंग से इनकार कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के दस्ते ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कतर से समलैंगिक संबंधों पर उसके कानूनों को खत्म करने का आग्रह किया गया है।
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इस हफ्ते बोलते हुए लिवरपूल के मैनेजर जुर्गन क्लॉप ने कहा कि टूर्नामेंट में खिलाड़ियों से राजनीतिक बयान या विरोध की उम्मीद करना उचित नहीं था।इंग्लैंड के बेथ मीड ने गुरुवार को कहा कि कतर में हो रहा यह टूर्नामेंट निराशाजनक है। मीड, जो खुले तौर पर समलैंगिक हैं, उनको नहीं लगता कि टूर्नामेंट के आयोजन के लिए क़तर सही जगह है।
वर्तमान में रूस पर यूक्रेन के आक्रमण के बाद फीफा द्वारा प्रतिबंधित किया जा रहा है। इसके अलावा यूक्रेनी एफए ने ईरान को विश्व कप से प्रतिबंधित करने का आह्वान किया है।
अब खेल की विश्व शासी निकाय ने अब सभी प्रतिस्पर्धी देशों को पत्र लिखा है।फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो और महासचिव फातमा समौरा द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में “अब फुटबॉल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए देश कहते हैं मूल, पृष्ठभूमि, धर्म, लिंग, यौन अभिविन्यास, या राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना सभी का स्वागत है।