शतरंज की दुनिया में पिछले कई दिनों से चलते आ रहे कार्लसन और निमन के विवाद को देखते हुए
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ FIDE ने एक बड़ा फैसला लिया है , अब वो जल्द ही एक जांच पैनल बनाने जा
रहे है जिसमें तीन लोग शामिल होंगे | अब जब भी किसी विश्लेषण की आवश्यकता होगी तो ये ही पैनल
उसे हल करेगी |
बता दे ये ही पैनल अब विश्व चैम्पीयन के निमन पर लगाए चीटिंग के दावों पर भी जांच करेगी और
साथ ही निमन ने खुद अपनी अनलाइन चीटिंग के बारे में बात की थी उस पर भी एक जांच की जाएगी |
फेयर प्ले चेयरपर्सन सलोमेजा ज़कसाइट ने भी कहा है की “FPL सभी परिस्थितियों की जांच करने ,सारे
डाटा और सबूतों का का संकलन और विश्लेषण करने के लिए तैयार है | जांच के दौरान दोनों पक्षों के
आधिकारों को बचाते हुए निष्पक्ष निर्णय किया जाएगा |
ये सारा विवाद St Louis में आयोजित हुए Sinquefield Cup से शुरू हुआ था जिसमें 19 वर्षीय Hans
Niemann ने विश्व चैम्पीयन कार्लसन को एक राउंड में हरा दिया था इसके बाद अगले दिन ही कार्लसन ने
टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया था और उन्होंने टूर्नामेंट छोड़ने की वजह भी किसी को नहीं बताई थी
सबको ये ही लग रहा था की कार्लसन ने ईवेंट से अपना नाम इसलिए वापस लिया है क्यूंकि उन्हें शक है की
निमन ने चीटिंग की है
इस टूर्नामेंट के बाद कार्लसन और निमन का सामना दोबारा अनलाइन टूर्नामेंट Julius Baer generation cup
में हुआ था , जैसे ही कार्लसन और निमन का मैच शुरू हुआ था कार्लसन ने सिर्फ एक मूव चल कर मैच बीच
में ही छोड़ दिया जिसके बाद ये विवाद और भी बढ़ गया और सबको विश्व चैम्पीयन की तरफ इस इस तरह
का व्यवहार बिलकुल अच्छा नहीं लगा |
जब कार्लसन ने ये टूर्नामेंट जीत लिया था तो उसके बाद उन्होंने एक official statement जारी की और उसमें
बताया की उन्होंने टूर्नामेंट बीच में इसलिए छोड़ा क्यूंकि उन्हें पूरा यकीन है की निमन ने चीटिंग की है ,
इसी के साथ उन्होंने statement में ये भी लिखा था की वो किसी चीटर के विरुद्ध कभी कोई मैच नहीं खेलेंगे |
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