FIA : हाल ही में संपन्न ज़ैंडवूर्ट ग्रैंड प्रिक्स के अभ्यास सत्र के बाद कई फॉर्मूला 1 टीमों पर जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना तकनीकी और संचालन संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के कारण लगाया गया। ज़ैंडवूर्ट में होने वाले ग्रैंड प्रिक्स में, जहां सभी टीमों के पास अपनी गाड़ियों की गति और प्रदर्शन को सुधारने का मौका होता है, वहीं नियमों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होता है।
FIA ने पाया कि नियमों का उल्लंघन हुआ है
फॉर्मूला 1 के सत्र में, हर टीम को विभिन्न तकनीकी और संचालनात्मक मानकों का पालन करना होता है, जिनमें गाड़ियों की वज़न, इंजन के उपयोग, टायर के प्रकार, और अन्य विभिन्न कारकों का ध्यान रखना होता है।
ज़ैंडवूर्ट में हुए अभ्यास सत्र में, कुछ टीमों ने इन नियमों का उल्लंघन किया। F1 की गवर्निंग बॉडी ने जांच के बाद उन टीमों पर जुर्माना लगाया, जो नियमों के अनुरूप नहीं थीं। इस बीच, चीनी चालक के लिए दस्तावेज़ में झोउ और रिकियार्डो के बारे में भी यही कहा गया।
FIA ने क्यों लगाए गए जुर्माने?
अभ्यास सत्र के दौरान कई टीमों ने या तो अपने उपकरणों का सही ढंग से उपयोग नहीं किया या उन्होंने उन तकनीकी सीमाओं को पार किया जो FIA (Federation Internationale de l’Automobile) द्वारा निर्धारित की गई थीं। विशेष रूप से, यह जुर्माने उन टीमों पर लगाए गए थे जो गाड़ियों के वज़न या टायर के इस्तेमाल में नियमों का पालन नहीं कर रही थीं। FIA के नियमानुसार, प्रत्येक टीम को अपने गाड़ियों की वज़न सीमा और टायर के उपयोग को नियंत्रित रखना आवश्यक होता है। इस संदर्भ में, अगर किसी भी टीम की गाड़ी तय सीमा से बाहर होती है, तो वह नियमों का उल्लंघन मानी जाती है।
टीमों की प्रतिक्रिया
जुर्माने के बाद, कई टीमों ने FIA के इस फैसले पर सवाल उठाए और अपनी तरफ से स्पष्टीकरण देने का प्रयास किया। टीमों का मानना था कि वे किसी भी प्रकार के नियमों का उल्लंघन नहीं कर रही थीं, और उनके द्वारा इस्तेमाल की गई तकनीकें पूरी तरह से नियमों के अनुरूप थीं। हालांकि, FIA ने अपनी जांच के आधार पर यह तय किया कि नियमों का उल्लंघन हुआ है, और इसीलिए जुर्माना लगाया गया।
एल्बोन के उल्लंघन के लिए निर्णय दस्तावेज़ में, FIA के प्रबंधकों ने कहा: “कार 23 को पिट स्टॉप स्टेशन से कार 18 के रास्ते में छोड़ दिया गया था और कार 18 के चालक को टक्कर से बचने के लिए ब्रेक लगाना पड़ा। प्रबंधकों ने नोट किया कि गलती टीम द्वारा की गई थी, न कि चालक द्वारा। इसलिए, पिछले निर्णयों के अनुरूप, टीम पर जुर्माना लगाया जाता है।”
FIA के जुर्माने का प्रभाव
इन जुर्मानों का असर न केवल आर्थिक रूप से होता है, बल्कि टीमों की छवि पर भी पड़ता है। जब कोई टीम जुर्माना भरती है, तो इसका मतलब यह है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है, जो उनकी प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा सकता है। इसके अलावा, जुर्माने से टीमों की तकनीकी टीमों को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ता है, ताकि आगे कोई भी नियमों का उल्लंघन न हो।
FIA के कड़े कदम
FIA द्वारा इस प्रकार के कड़े कदम उठाने से यह साफ संदेश जाता है कि वे नियमों के पालन को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना के बाद, सभी टीमों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे भविष्य में किसी भी प्रकार के उल्लंघन से बचें और नियमों का पूरी तरह से पालन करें।
विलियम्स और स्टेक दोनों को €5,000 का जुर्माना लगाया गया, क्योंकि एल्बोन ने क्रमशः लांस स्ट्रोल को रोका और झोउ ने डैनियल रिकियार्डो के सामने से गाड़ी खींची। यह F1 खेल विनियमों के अनुच्छेद 34.14 का उल्लंघन है।
निष्कर्ष
ज़ैंडवूर्ट में हुए इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि फॉर्मूला 1 में नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। FIA द्वारा लगाए गए जुर्माने ने सभी टीमों को यह संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और सभी टीमों को अपनी गाड़ियों की तकनीकी मानकों के अनुरूप तैयारी करनी होगी। इस घटना के बाद, उम्मीद की जा रही है कि आने वाले ग्रैंड प्रिक्स में सभी टीमें नियमों का पूरी तरह से पालन करेंगी।
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