Red Bull: रेड बुल रेसिंग टीम, जो पिछले कुछ वर्षों से फॉर्मूला 1 में सबसे सफल टीमों में से एक रही है, एक बार फिर विवादों में है। इस बार मामला उनके द्वारा इस्तेमाल की जा रही एक विशेष ब्रेकिंग तकनीक का है जिसे FIA (फेडरेशन इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल) ने अवैध करार दिया है। यह तकनीक, जिसे ‘गुप्त ब्रेकिंग ट्रिक’ कहा जा रहा है, ने रेड बुल को कई रेसों में महत्वपूर्ण लाभ दिया है, लेकिन FIA ने इसकी गहराई से जांच के बाद इसे नियमों के खिलाफ पाया है।
क्या है ‘गुप्त’ ब्रेकिंग ट्रिक जिसे इस्तेमाल करती है Red Bull
रेड बुल की यह ब्रेकिंग तकनीक उन्हें टर्निंग और ब्रेकिंग के दौरान अधिक स्थिरता और गति प्रदान करती थी। FIA ने जांच के दौरान पाया कि इस तकनीक के इस्तेमाल से गाड़ी की परफॉर्मेंस में असामान्य सुधार हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रिक से गाड़ी के ब्रेकिंग सिस्टम को विशेष तरीके से मॉडिफाई किया गया था ताकि टायरों पर दबाव को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सके। इसने गाड़ी को तेजी से ब्रेक लगाने और टायर को ज्यादा फ्रिक्शन से बचाने में मदद की, जिससे रेसर्स को टर्निंग में बेहतरीन नियंत्रण मिला।
FIA की जांच और निर्णय
जब FIA को इस तकनीक के बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत इसे अपने नियमों के खिलाफ पाया। FIA के नियमों के अनुसार, ब्रेकिंग सिस्टम में कोई भी मॉडिफिकेशन जो गाड़ी के परफॉर्मेंस को असाधारण रूप से सुधारता है, वह अवैध है। FIA के अनुसार, यह तकनीक न केवल खेल भावना के खिलाफ थी, बल्कि यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खतरनाक थी।
FIA ने कहा कि इस तकनीक से गाड़ी के टायरों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे लंबे समय में गाड़ी के टायरों को नुकसान हो सकता है। इससे रेसर्स की सुरक्षा पर भी खतरा था, क्योंकि अगर टायर अचानक से फटते या खराब होते, तो गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती थीं। यानी Red Bull के लिएयह खतरे की घंटी है।
Red Bull की प्रतिक्रिया
FIA के इस फैसले पर रेड बुल ने नाराजगी जाहिर की है। टीम ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा नियमों का पालन करना और गाड़ी की परफॉर्मेंस में सुधार लाना रहा है। रेड बुल ने यह भी दावा किया कि उन्होंने यह तकनीक नियमों के अंतर्गत विकसित की थी और FIA की जांच के बाद इसे अवैध करार देने पर असहमति जताई। रेड बुल के टीम प्रिंसिपल ने कहा कि वे FIA के इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे और अपने तर्कों को मजबूत करेंगे।
खेल की निष्पक्षता पर सवाल
Red Bull की इस तकनीक ने खेल की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फॉर्मूला 1 में हर टीम का उद्देश्य होता है कि वह अपनी गाड़ी की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाए, लेकिन अगर किसी टीम की तकनीक अवैध मानी जाती है, तो इसका मतलब है कि वह अन्य टीमों के साथ समान प्रतिस्पर्धा में नहीं थी। FIA के इस फैसले के बाद अन्य टीमों ने भी अपने ब्रेकिंग सिस्टम की जांच शुरू कर दी है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं।
Red Bull पर क्या प्रभाव पड़ेगा
FIA द्वारा रेड बुल की ब्रेकिंग तकनीक को अवैध करार दिए जाने के बाद अब यह देखना होगा कि इसका टीम पर और फॉर्मूला 1 पर क्या प्रभाव पड़ेगा। रेड बुल को अपनी गाड़ी में इस तकनीक को हटाना पड़ेगा, जिससे उनकी परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है। साथ ही, अन्य टीमों के लिए यह एक महत्वपूर्ण चेतावनी हो सकती है कि उन्हें अपनी गाड़ियों की तकनीक को FIA के नियमों के अनुरूप रखना होगा।
निष्कर्ष
Red Bull की ‘गुप्त’ ब्रेकिंग ट्रिक को FIA द्वारा अवैध मानना फॉर्मूला 1 के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह निर्णय न केवल खेल की निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए आवश्यक था, बल्कि रेसर्स की सुरक्षा के लिए भी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रेड बुल इस चुनौती का सामना कैसे करती है और फॉर्मूला 1 के बाकी सीज़न में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है।
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