फीफा ने किया लुइस रुबियल्स को किया बर्खास्त, स्पेन के फुटबॉल प्रेसिडेंट लुइस रुबियल्स को फीफा की तरफ से सस्पेंसन का ओर्डर दिया है। लुइस रुबियल्स स्पेन की विजेता महिला टीम की कप्तान जेनी हर्मोसो को होठों पर चुम लिया जहाँ अवार्ड समारोह चल रहा था, ये सभी लोगो ने लाइव देखा हालाँकि हर्मोसो ने अपने बयान मे कहा कि जो भी हुआ वो सही नही था। लेकिन वो समय ही ऐसा था की सब कुछ समय के वेग मे हो गया।
रुबियल्स अब बुरी तरह से फीफा के जाल मे
उस एक चुंबन मामले के बाद पुरे स्पेन मे रुबियल्स के खिलाफ विवाद खडा हो गया है, यहाँ तक की अब पुरी दुनिया मे भी उनके इस कृत्य पर विरोध किया है।स्पैनिश एफए के प्रेसिडेंट लुइस रुबियल्स ने महासंघ के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका से हटने से भी इनकार कर दिया है, जो पिछले रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ स्पेन की 1-0 की जीत के बाद महिला टीम की खिलाड़ी जेनी हर्मोसो को होठों पर चूमने के बाद फीफा ने उन्हें निलंबित कर दिया है।
स्पेन की महिला टीम के कोच जॉर्ज विल्डा ने इस संकट को वास्तव में बकवास बताया, जिसने खिलाड़ियों और देश के लिए “एक अच्छी-खासी जीत को धूमिल” कर दिया है। स्पैनिश महासंघ के अंतरिम अध्यक्ष पेड्रो रोचा ने सोमवार को “उस स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए जिसमें महासंघ खुद को पाता है। बैठक बुलाई है और किए जाने वाले निर्णयों या कार्यों पर विचार किया जाएगा।फेडरेशन के यौन हिंसा प्रोटोकॉल के सक्रिय होने के बाद एक आंतरिक जांच भी शुरू की गई है।
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रुबियल्स को किसी भी तरीके से किया जा सकता है बाहर
स्पेन के विश्व कप विजेता बॉस ने तब से घटनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है और निलंबित रूबियाल्स की आलोचना की है, उन्होंने चुंबन को अनुचित और अस्वीकार्य बताया है। अपने नए इंटरव्यू मे उन्होंने कहा स्पेन के इतिहास में पहली बार महिला विश्व कप जीतने के बाद से जो घटनाएं घटी हैं, वे वास्तव में बकवास हैं और उन्होंने एक अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे हमारे खिलाड़ियों और हमारे देश की योग्य जीत पर कलंक लग गया है।
मुझे गहरा अफसोस है कि स्पेनिश महिला फुटबॉल की जीत को उस अनुचित व्यवहार से नुकसान पहुंचा है जो हमारे अब तक के प्रेसिडेंट लुइस रुबियल्स ने किया है और जिसे उन्होंने खुद स्वीकार किया है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह अस्वीकार्य है और उन सभी सिद्धांतों और मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करता है जिनका मैं अपने जीवन में, सामान्य रूप से खेल में और विशेष रूप से फुटबॉल में बचाव करता हूं। फीफा ने भी रुबियल्स को स्थाई रूप से फीफा के अध्यन से बाहर कर दिया है। ये तब तक लाघू रहेगा जब तक रुबियल्स अपने द्वारा किए गए इस कार्य पर सही बात नही रखते है।