सर्किट के बॉस ने कहा कि फॉर्मूला वन (F1) के मलेशिया लौटने की संभावना नहीं है क्योंकि सरकार कोरोनोवायरस महामारी के कहर से अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करती है।
रेस की मेजबानी करने वाले सेपांग इंटरनेशनल सर्किट (Sepang International Circuit) के मुख्य कार्यकारी अजहान शफरीमान हनीफ (Azhan Shafriman Hanif) ने बुधवार देर रात सिंगापुर में संवाददाताओं से कहा कि सरकार दो से तीन साल बाद अपने विकल्पों पर पुनर्विचार कर सकती है।
मलेशियाई में आखिरी F1 2017 में आयोजित की गई
मलेशियाई राजधानी कुआलालंपुर के बाहर स्थित सेपांग ट्रैक ने पहली बार 1999 में F1 रेस की मेजबानी की थी, जिसमें आखिरी ग्रैंड प्रिक्स 2017 में आयोजित किया गया था।
मलेशिया इस आयोजन की मेजबानी की बढ़ती लागत के बीच 2018 से F1 कैलेंडर से बाहर हो गया।
जब सर्किट प्रमुख अजहान शफरीमैन ने कहा कि क्या मलेशिया फिर से दौड़ की मेजबानी करने की योजना बना रहा है? तो जवाब में कहा गया, “इस समय, जवाब नहीं है, फिलहाल नहीं,” शायद अगले दो से तीन वर्षों में जब अर्थव्यवस्था स्थिर हो जाए तो फिर से मेजबानी करवाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि मलेशिया ने पहले खेल पर्यटन के माध्यम से “देश को मानचित्र पर रखने के लिए” F1 की मेजबानी की थी।
लेकिन F1 की वापसी के लिए, सरकार को देश को इसके लाभों के संदर्भ में बड़ी तस्वीर का अध्ययन करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘हमें यह जानने की जरूरत है कि स्पिलओवर प्रभाव के संदर्भ में प्रतिफल क्या है’।
सर्किट चीफ ने आगे कहा कि हमें रीब्रांडिंग को देखने की जरूरत है, हम प्लेटफॉर्म का मुद्रीकरण कैसे करते हैं। हमें टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, टैलेंट डेवलपमेंट और पर्यावरणीय स्थिरता के बारे में बात करने की आवश्यकता है।
21 से 23 अक्टूबर तक होगा मोटोजीपी
बता दें कि रेसिंग, जिसे मोटोजीपी के नाम से भी जाना जाता है, वह 21-23 अक्टूबर तक सेपांग ट्रैक पर आयोजित की जाएगी।
महामारी के कारण निलंबन के बाद दो वर्षों में सेपांग में यह पहली मोटोजीपी दौड़ होगी।
फरवरी में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस को रेस कैलेंडर से हटा दिए जाने के बाद अब F1 के मलेशिया लौटने के बारे में अटकलें लगाई जा रही थीं।
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