खेल मंत्रालय ने बुधवार को देश के सबसे बड़े ऊर्जा समूज एनटीपीसी और
ग्रामीण विद्युतकरण निगम के साथ समझौत ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
खेल मंत्रालय को मिली खेल कोष में सहायता
जिसमें दो सार्वजनिक उपक्रमों ने राष्ट्रीय खेल विकास कोष को
215 करोड़ रुपए देने का वादा किया है. जिसके ताहत आरईसी
महिला हॉकी और मुक्केबाजी के लिए 100 करोड़ रुपए देगी.
समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर,
बिजली और नवीन और नवीनकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह,
एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह और आरईसी के सीएमडी विवेक कुमार
शामिल थे. एनटीपीसी 2018 से खेल मंत्रालय, खेल के साथ साझेदारी
में तीरंदाजी का समर्थन कर रहा है. भारतीय प्राधिकरण और भारतीय
तीरंदाजी संघ का उद्देश्य प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शन के
साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना हैं.
शेष 100 करोड़ रुपए का उपयोग पांच वर्षों में जमीनी स्तर पर
खेल के विकास, पहचान की गई प्रतिभाओं के प्रशिक्षण, विशिष्ट प्रतिभाओं
के प्रशिक्षण, उच्च प्रदर्शन वाले कोचों के विकास, खरीद के लिए
आवर्ती व्यय के रूप में किया जाएगा. एफओपी उपकरण,
विकास खेल और तीरंदाजी के लिए विज्ञान प्रयोगशाला,
उच्च प्रदर्शन करने वालों के लिए छात्रवृत्ति, पुरस्कार राशि,
अग्रिम प्रशिक्षण, प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन, विदेशी प्रशिक्षण और सब जूनियर और
जूनियर तीरंदाजों के लिए एक्सपोजर जैसे काम किए जाने हैं.
तीरंदाजी और हॉकी के खिलाड़ियों को मिलेगी पांच साल तक सुविधा
इस अवसर पर बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा की वित्तीय
सहायता रीढ़ की हड्डी थी देश में खेलों को बढ़ावा देने के पीछे
और भारत को एक खेल राष्ट्र बनाने के लिए सरकार के प्रयास में इस तरह इस नेक
कार्यों के साथ आगे आने के लिए और अधिक सार्वजनिक उपक्रमों से
आग्रह किया है. कॉर्पोरेट कंपनी से इनके लिए आग्रह किया है. अनुराग
ने आगे कहा कि जैसे किसी एथलीट को शक्ति की आवश्यकता होती है
वैसे ही खेलों को बढ़ावा देने के लिए धन बल की आवश्यकता होती है.
एनटीपीसी और आरईसी की यह फल एथलीटों को देश के लिए पदक
जीतने की शक्ति देगी. उन्होंने आगे कहा कि मैं अन्य कम्पनियों,
सार्वजनिक उपक्रमों और व्यक्तियों से आगे आने और खेलों को
बढ़ावा देने का आग्रह करता हूं. आरके सिंह ने कहा
खेल को बढ़ावा देने में योगदान देकर मुझे खुशी हो रही है.