इंग्लैंड टीम वर्ल्ड कप के खराब प्रदर्शन को भुलाने की कोशिश में, कहा जॉस बटलर ने
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जॉस बटलर ने माना है कि पिछले साल 50 ओवर वर्ल्ड कप के खराब प्रदर्शन से टीम का “आत्मविश्वास कमजोर” हुआ था। भारत में हुए वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। नौ मैचों में से सिर्फ तीन में ही जीत दर्ज कर पाने वाली टीम अंतिम तालिका में सातवें स्थान पर रही थी।
विश्व कप से पहले पाकिस्तान से होगी इंग्लैंड की भिड़ंत
इंग्लैंड अब 4 जून से वेस्टइंडीज में शुरू हो रहे टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी हुई है। बुधवार से पाकिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड की चार मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो रही है। यह सीरीज उनके वर्ल्ड कप अभियान से पहले एकमात्र अभ्यास मैचों की श्रृंखला है।
बटलर ने कहा, “वर्ल्ड कप में हमारा प्रदर्शन निराशाजनक था और इससे निश्चित रूप से टीम का आत्मविश्वास कम हुआ है। लेकिन जिंदगी आगे बढ़ती है, यह किताब का एक अध्याय है और इससे हम सीख लेते हैं। अब हमारे पास नया मौका है, वो भी एक अलग फॉर्मेट में।”
“हम वेस्टइंडीज जा रहे हैं और इस बार बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं।” तेज गेंदबाज मार्क वुड और ऑलराउंडर लियाम लिविंगस्टोन घुटने की समस्या के कारण इस मैच में नहीं खेल पाएंगे। हालांकि, अगर मौसम साथ देता है तो तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर मार्च के बाद पहली बार इंग्लैंड की जर्सी पहन मैदान पर उतरेंगे।
“वह काफी तेज गेंदबाजी कर रहे हैं,” बटलर ने बताया। “कल नेट्स पर उनका सामना करना अच्छा था, यह वाकई एक कड़ी चुनौती थी। उन्हें वापस देखना बहुत अच्छा लगता है।” यह मैच इंग्लैंड की इस साल की पहली पुरुष अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच है और साथ ही इंग्लैंड की व्हाइट बाल टीम के लिए भी अपने घर में साल का पहला मैच है
पिछले साल 50 ओवर वर्ल्ड कप के बाद दिसंबर में वेस्टइंडीज (आगामी टी20 वर्ल्ड कप के सह-मेजबान) ने इंग्लैंड को टी20 और वनडे सीरीज में हराया था। भारत में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन में अफगानिस्तान, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार शामिल है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार इंग्लैंड की वनडे इतिहास में रनों के मामले में सबसे बड़ी हार थी।
जॉस बटलर का सुझाव अंतर्राष्ट्रीय और आईपीएल मैचेस ना हों एक साथ
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेल रहे इंग्लैंड के खिलाड़ी पिछले हफ्ते की शुरुआत में ही वापस लौट आए ताकि पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में पूरा योगदान दे सकें। वहीं, बटलर ने माना है कि कप्तान के रूप में उन्हें अपने संवाद कौशल में सुधार करने की जरूरत है।
भारत में अभियान से सीख लेते हुए उन्होंने कहा, “कभी-कभी खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देने की कोशिश में आप शायद थोड़ा पीछे हट जाते हैं और यह सुनिश्चित नहीं कर पाते हैं कि खिलाड़ियों को उनकी भूमिका स्पष्ट हो।”
उन्होंने आईपीएल से वापसी पर खुशी जताई लेकिन साथ ही यह भी कहा कि भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का टूर्नामेंट के साथ क्लैश नहीं होना चाहिए।