हरियाणा के धारुहेडा में स्थित गांव डूंगरवास में महाशिवरात्रि के मौके पर दो दिन के लिए खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला हिसार और दादरी के बीच हुआ था. जिसमें हिसार विजेता बना था. और दादरी को हार का सामना करना पड़ा था. विजेता को 15 हजार और उपविजेता चरखी दादरी को 11 हजार रुपए का नकद ईनाम देकर सम्मानित किया गया है. प्रतियोगिता का शुभारम्भ बाबा रुपादास मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मास्टर महेंद्र सिंह भाटोटिया ने किया था.
डूंगरवास में महाशिवरात्रि पर हुआ कबड्डी का आयोजन
अपने सम्बोधन में जिले सिंह ने कहा कि ग्रामीण अंचल में होने वाली ऐसी खेल प्रतियोगिताओं से ही देश को ओलंपियन मिलते हैं. उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशा आज समाज को खराब कर रहा है. युवा खिलाड़ियों और युवाओं को केवल नैतिक जिम्मेदारी बल्कि यह दायित्व है कि वह इस बुराई को समाज को खत्म करें. उन्होंने युवाओं को योग, प्राणायाम, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी अधिक से अधिक भागीदारी निभाने का आह्वान किया है.
इस समापन के अवसर पर बालियर कलां के पूर्व सरपंच सूरज सिंह, प्रीतम सरपंच जोनवास, राजकुमार, करण, डूंगरवास के सरपंच विपिन कुमार, प्रधानाचार्य बबीता यादव, सुरेन्द्र सिंह, जतिन कुमार सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे थे. इस अवसर पर गांव के बच्चों ने देशभक्ति में भक्ति से ओतप्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और योग क्रियाओं की प्रस्तुति दी थी. मंच से योग गुरु महेश भाटोटिया, पिंकी यादव और शिक्षिका ममता यादव को विशेष रूप से सम्मानित किया गया है. कमेटी ने परंम्परा के अनुसार आसपास के पांच गांवों के सबसे बुजुर्ग व्यक्तियों और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले होनहारों को भी सम्मानित किया गया था.
इस दौरान कमेटी के सचिव मास्टर सुरेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष सजन फौजी, वरिष्ठ सदस्य भूदेव, मास्टर कुलदीप, रोहतास, प्रदीप पंच, पूर्व सरपंच नवल फौजी, जीतू भोला, मास्टर उमराव, नीरज भाटोटिया सहित कई लोग मौजूद थे. प्रतियोगिता के अंतिम दिन बैंक ऑफ बड़ौदा के हरियाणा-चंडीगढ़ कॉरपोरेट हेड जिलेसिंह ने विजेता प्रतिभागीओं को पुरस्कृत किया गया था.