भारतीय हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद पर अब दिलीप टिर्की ही सुशोभित हो चुके हैं.
जहां क्रिकेट एसोसिएशन में एक क्रिकेटर ही अध्यक्ष पद को सम्भाल रहा
है वैसे ही हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद के लिए भी दिलीप टिर्की
को चुना गया है जो हॉकी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं. इस दौरान
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि BCCI के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली
उनके लिए मिसाल रहे हैं और उनका मानना है कि पूर्व खिलाड़ियों को
खेल प्रशासन में आना चाहिए. दिलीप टिर्की ने बताया कि उनके अध्यक्ष
दिलीप टिर्की चाहते है हॉकी को प्रसारित करना
बनने के बाद वह चार कामों में खास ध्यान देने वाले है.
पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित 44 साल के दिलीप टिर्की ने
भारत के लिए 1995 में डेब्यू किया था और उसके बाद से करीब एक दशक तक
लगातार भारतीय टीम का हिस्सा बने रहें हैं. टिर्की ने 1996 से 2004
के बीच लगातार तीन बार ओलम्पिक में भारत के लिए खेले हैं.
उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में 412 मैच खेले हैं. अध्यक्ष बनने के
बाद उन्होंने इंटरव्यू में अपनी कुछ ख़ास योजनाओं के बारे में बात की.
दिलीप टिर्की ने पहली ख़ास योजना के बारे में कहा कि वो जूनियर और
सबजूनियर वर्ग के लिए स्पेशल प्रोग्राम शुरू करना चाहेंगे. इसमें उन्हें
स्पेशल ट्रेनिंग मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के ड्रैग फ्लिकर और
गोलकीपर तैयार करने जरूरी हैं और टीम फिटनेस पर भी फोकस रहेगा.
दिलीप ने तो माना है कि हॉकी इंडिया कई सालों से अच्छा काम कर
रहा है लेकिन और जो भी कमियां रही है उसे दूर करने की कोशिश की
कुछ चुनिन्दा योजनाओं पर करेंगे काम
जाएगी. उन्होंने बताया कि मौजूदा पुरुष टीम टॉप 4 टीमों में से है
और महिला टीम ओलिंपिक सेमीफाइनल खेली है. अगले साल
राउरकेला में होने वाले मेंस हॉकी वर्ल्डकप की तैयारियों पर भी
दिलीप टिर्की का ध्यान रहेगा. दिलीप ने आगे कहा कि वो फिर से
हॉकी लीग शुरू करने की योजना बना रहे हैं और इस पर काम किया जाएगा.