Image Source : Google
उत्तरप्रदेश के देवरिया में स्थित रवीन्द्र किशोर शाही स्पोर्ट्स स्टेडियम खिलाड़ियों के किसी काम नहीं आ रहा है. यहां पर मौजूद 256 सेट का कबड्डी मैट खिलाड़ियों के काम नहीं आ रहा है. कबड्डी के मैदान के बावजूद खेल निदेशालय खिलाड़ियों के लिए कोच की नियुक्ति नहीं कर पा रहे हैं. इसके कारण यहां के खिलाड़ियों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रो कबड्डी लीग के बाद कबड्डी को नई पहचान मिली है लेकिन यहां की हालत वैसे के वैसे ही है.
देवरिया में है लाखों की मैट, लेकिन नहीं खेल पा रहे खिलाड़ी
जिले स्तर पर स्टेडियम पर पूर्ण सुविधा होने के बाद भी खिलाड़ी हताश हैं. जिले स्तर पर स्टेडियम तो है लेकिन वह किसी काम का नहीं है वहां पर खिलाड़ी ढंग से अभ्यास नहीं कर सकते हैं. एक साल पहले ही साढ़े चार लाख रे की लागत का कबड्डी मैट मंगवाया गया था जो किसी काम नहीं आ रहा है. इसकी सुविधा इसलिए की गई थी कि खिलाड़ियों को जमीन पर ना खेलकर अच्छी व्यवस्था के साथ खिलाया जाएगा. लेकिन ऐसा सम्भव नहीं हो सका था. वहीं पिछले स्तर में ही नहीं बल्कि इस स्तर में भी खिलाड़ियों को कोच नहीं मिल पा रहा है.
वहीं सलेमपुर क्षेत्र के करौता गांव की सकीना मदन मोहम मालवीय स्टेडियम में अभ्यास करते है. उन्होंने बताया कि जिले में अगर पूर्ण सुविधा मिले तो यहीं पर रहकर अभ्यास किया जा सकता है. देवरिया स्टेडियम में प्रशिक्षक नहीं होने से खिलाड़ियों का भविष्य बिगड़ रहा है. वहीं एक ओर अन्य खिलाड़ी अन्नू गौड़ कहती है कि खिलाड़ियों को पूर्ण सुविधा नहीं मिल पाती है.
बता दें क्रीड़ा अधिकारी राम नारायण प्रसाद ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाला मैट मैदान में उपलब्ध है लेकिन फिर भी खिलाड़ियों को खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा है. कोच के लिए हमने उच्च अधिकारियों से निवेदन किया है लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
