भारतीय महिला हॉकी टीम आगामी सत्र के लिए फिर
एक बार बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण के परिसर में एक छोटे से ब्रेक के बाद जमा हुई.
वहीं कुछ दिनों पहले बर्मिंघम में सम्पन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों
में कांस्य पदक जीतकर उन्होंने देश का कीर्तिमान बढ़ाया था.
और अब उनका ध्यान स्पेन के वालेंसिया में सभी महत्वपूर्ण FIH महिला हॉकी वर्ल्डकप पर रहेगा.
यह विश्वकप 10 दिसम्बर से स्पेन में होने वाला है.
वहीं इस मौके पर भारतीय महिला हॉकी टीम की डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का को लगता है
कि कांस्य पदक टीम की यात्रा एक महत्वपूर्ण क्षण है.
हम निश्चित रूप से बर्मिंघम में फाइनल खेलना पसंद करेंगे
लेकिन कांस्य जीतना हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि थी.
पोडियम पर खड़ा होना एक ऐसा पल है जिसे हम कभी नहीं भूल पाएंगे.
यह पूरी टीम के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ने वाला है.
बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर में लौटने पर उन्होंने कहा कि,
हमने बर्मिंघम में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अब यह एक बंद अध्याय है.
भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी है दीप ग्रेस
हमने अच्छा ब्रेक लिया है और अब हमें काम पर वापस जाना है.
मुझे यकीन है कि मुख्य कोच शोपमैन हमारे पिछले प्रदर्शन का आंकलन करेंगे
और उसी के अनुसार शिविर में आने वाले दिनों की योजना बनाएंगे.
वर्तमान में सविता की कप्तानी वाली भारतीय महिला हॉकी टीम
अपने अगले आउटिंग से पहले एक लम्बे शिविर के लिए तैयार है और अनुभवी डिफेंडर को अपने अगले असाइनमेंट से पहले कड़ी मेहनत करने की उम्मीद है.
दीप ग्रेस एक्का ने आगे कहा कि,
हमें एफआईएच महिला हॉकी नेशंस कप में स्पेन में अच्छा प्रदर्शन करना है
वर्ल्डकप पर टीम को सही दिशा दिखानी होगी
और इसके तैयारी आज से शुरू हो रही है. यह आसन नहीं होगा
लेकिन कठिन प्रशिक्षण और हमारे सत्रों के दौरान बार-बार सही चीजें करना ही हम केवल एक चीज कर सकते हैं.
स्पेन में एक सप्ताह तक चलने वाले टूर्नामेंट में विजेताओं को एफआईएच हॉकी प्रो लीग में पदोन्नत किय जाएगा.
भारतीय महिला हॉकी टीम हॉकी प्रो लीग में अपने पहले अभियान में तीसरे स्थान पर रही थी.
दीप ने आगे कहा कि स्पेन में हमारा उद्देश्य एफआईएच हॉकी महिला प्रो लीग में प्रगति करना होगा
और इसके लिए हमे वर्ल्डकप जीतना होगा.
हमारा लक्ष्य हमारे सामने अब यह हम पर निर्भर करता है कि हम सही दिशा में खेले.