हाल ही में बर्मिघम में हुए राष्ट्रमंडल खेल के बाद टीम इंडिया के सत्र खिलाड़ी हार्दिक सिंह ने निराशा झेली थी.
वहीं बहुत सारे खिलाड़ी खुद के निरीक्षण में लगे हुए थे.
वहीं भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी हार्दिक सिंह ने भी इस हार से खुद को उभारा है.
बता दें कि राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी शिकस्त खानी पड़ी थी.
जिसके चलते भारतीय टीम के खिलाड़ी काफी निराश थे.
राष्ट्रमंडल से हार्दिक सिंह ने लिया सबक
अभी हाल ही में हुए इंटरव्यू में हार्दिक सिंह से बात हुई जिसमें
उन्होंने उस मैच के दौरान हुए वाकये और अपने अनुभव को साझा किया था.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में हम गोल्ड के करीब थे लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए
मैच ने हमारी साड़ी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. उन्होंने कहा कि जितनी उम्मीद हमें ओलिंपिक में थी वही उम्मीद हमें राष्ट्र्मंडल खेलों में भी थी.
क्योंकि भारतीय हॉकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में कभी भी गोल्ड नहीं जीत पाया है.
इसी के चलते हमारी उम्मीदें और ज्यादा लग गई थी.
राष्ट्रमंडल के बाद वर्ल्ड कप की तैयारी
बताते चलें कि हार्दिक सिंह का यह पहला राष्ट्रमंडल खेल था.
जिसमें उन्होंने अपना शत-प्रतिशत दिया था लेकिन दुर्भाग्य से भारतीय टीम इसमें जीत नहीं हासिल कर पाए.
हार्दिक सिंह ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलना मेरे लिए एक अनुभव वाला पल था.
इसमें मेरे खेल का परीक्षण भी हुआ है. हार्दिक सिंह ने आगे कहा कि मैं अपने क्षमता की जांच रखता हूँ
जहां मैं दबाव में खेल सकता हूँ या नहीं और दबाव में कैसा खेल सकता हूँ.
हार्दिक सिंह ने कहा कि मैं निश्चित रूप से उस खेल में बेहतर हो सकता था.
आगे बढ़ते हुए मैं खेल की गति को नियंत्रित करने और नेतृत्व गुणों पर
निर्माण करने पर अधिक ध्यान केन्द्रित करना चाहता हूँ.
बता दें हॉकी का वर्ल्डकप अगले साल जनवरी में होने जा रहा है.
13 जनवरी से लेकर 29 जनवरी तक वर्ल्डकप का आयोजन होने वाला है.
इसकी मेजबानी भारत का उड़ीसा राज्य करेगा.