ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Odisha Chief Minister Naveen Patnaik) ने गुरुवार को यहां देश के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम (Birsa Munda International Hockey Stadium) का उद्घाटन किया। खचाखच भरे स्टेडियम के बीच में खड़े होकर पटनायक ने 13 जनवरी से शुरू होने वाले एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 से पहले स्टेडियम के उद्घाटन की घोषणा की।
भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम (Kalinga Stadium, Bhuvneshwar) के बाद राउरकेला विश्व कप का दूसरा आयोजन स्थल है। CM पटनायक ने कहा कि स्टेडियम पूरे देश के लिए ओडिशा का उपहार है। राउरकेला विश्व कप के 44 में से 20 मैचों की मेजबानी करेगा जबकि फाइनल सहित शेष 24 मैच कलिंग स्टेडियम में खेले जाएंगे।
भारत का पहला मैच स्पेन के खिलाफ 13 जनवरी को यहां बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम (Birsa Munda International Hockey Stadium) में खेला जाना है। दो दिन बाद भारत का सामना उसी मैदान पर इंग्लैंड से होगा। प्रख्यात आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा (Freedom Fighter Birsa Munda) के नाम पर स्थित स्टेडियम को 146 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम
स्टेडियम की कुल क्षमता 21 हजार दर्शकों की है और यह देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है। यह स्टेडियम बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (बीपीयूटी) के परिसर में 15 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। स्टेडियम का निर्माण ओडिशा औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम (आईडीसीओ) द्वारा किया गया था।
फरवरी 2021 में ओडिशा के मुख्यमंत्री द्वारा स्टेडियम की आधारशिला रखी गई थी। राज्य लगातार दूसरी बार पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा। इस तरह का पहला आयोजन 2018 में किया गया था।
यह चौथी बार होगा जब भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। स्टेडियम को दुनिया में सबसे बड़ा माना जाता है। यहां तक कि एफआईएच के प्रमुख मोहम्मद तैयब इकराम (FIH Chief Mohd Tyab Ikram) ने यहां अपनी यात्रा के दौरान उल्लेख किया था कि ‘यह दुनिया में सबसे बड़े स्टेडियम में से एक है।’