अगले महीन कुछ ही दिनों बाद हॉकी विश्वकप का आगाज होने वाला है. और इसके लिए भारतीय हॉकी पुरुष टीम जमकर तैयारी कर रही है. और वह उड़ीसा भी पहुंच चुकी है. भारतीय हॉकी का इतिहास काफी पुराना है. और भारतीय हॉकी में काफी धुरधंर खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने भारत का नाम विश्व पटल पर बनाया है. वहीं कुछ बेहतरीन मौके रहे है जब भारतीय हॉकी ने नाम रोशन किया है. आइए बताते है वो ख़ास मौके जब भारतीय हॉकी का नाम विश्व में गुंजा था.
भारतीय हॉकी ने विश्व पटल पर कमाया नाम
बात करें साल 1928 में एम्स्टर्डम ओलम्पिक में भारत ने डेब्यू किया था. और पहले ही दौर में गोल्ड पर निशाना लगाया है. और इसी के साथ भारत का नाम हॉकी में पहली बार विश्व के सामने आया था. इसके बाद ही भारत ने विश्वपटल पर हॉकी में धाक जमाना शुरू किया था. वहीं भारत ने लगातार दस पदक जीते थे जिसमें से सात गोल्ड पदक जीते थे.
वहीं साल 1975 में कुआलालंपुर में आयोजित विश्वकप में भारत ने पहली बार खिताब अपने नाम किया था. इसमें मेजबान मलेशिया को सेमीफाइनल में 3-2 से हराया था. वहीं फाइनल में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से हुआ था. जिसमें उसने पाकिस्तान को 2-1 से हराया था.
वहीं बात करें राष्ट्रमंडल खेलों कि तो उसमें भारतीय महिला टीम ने इतिहास रचते हुए कांस्य पदक जीता था. साल 2022 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 2-1 से हराते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया था. इस मैच में सलीमा टेटे ने शानदार मुकाबला करते हुए न्यूजीलैंड को हराया था. वहीं 16 सालों बाद भारतीय टीम ने इतिहास दोहराया था.
वहीं 2002 में खेले गए मैनचेस्टर राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने इंग्लैंड को फाइनल में हराते हुए जीत दर्ज की थी. इंग्लैंड को भारत ने 3-2 से हराया था. वहीं शानदार मुकाबले में भारतीय टीम का प्रदर्शन तारीफ़ के काबिल थे. इस मैच में भारत ने शानदार इंग्लैंड को कांटे की टक्कर दी थी.