विश्व की पहली महिला ग्रंड्मास्टर Nona Gaprindashvili ने काफी समय पहले नेटफलिक्स के शो
The Queen’s Gambit पर मानहानि का केस दर्ज करवाया था और अब ये मुकदमा निपट गया है
पर किसी भी पक्ष द्वारा अब तक इस केस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, पूरे 8 महीने बाद
एक जज द्वारा शो की स्ट्रीमिंग और production कंपनी के इस दावे को खारिज किया गया है क्यूंकि
The Queen’s Gambit एक फिक्शनल शो है इसलिए इस पर कोई मानहानि का मुकदमा नहीं लग सकता |
एक रिपोर्ट के मुताबिक गैप्रिंडाशविली के वकीलों ने मंगलवार को अदालत में ये सुझाव देते हुए कागजात
दाखिल किए की उन्होंने इस मामले को अपनी इच्छा से खारिज करने का प्रस्ताव रखा है , दोनों पक्षों के
वकीलों ने ये भी कहा की वो काफी खुश है की अब ये मामला सुलझ गया है |
बता दे की गैप्रिंडाशविली पाँचवी वर्ल्ड चैम्पीयन है , पिछले साल उन्होंने सितंबर में नेटफलिक्स पर
“गोपनीयता के झूठे प्रकाश आक्रमण” के लिए मुकदमा दर्ज करवाया था और The Queen’s Gambit में
कही गई एक झूठी लाइन “मैंने शतरंज में कभी पुरुषों का सामना नहीं किया” पर मानहानि का केस किया |
असल ज़िंदगी में गैप्रिंडाशविली ने अपने करियर के दौरान काफी पुरुषों के साथ मुकाबला किया है
जिनमें से तीन तो वर्ल्ड चैम्पीयन Viswanathan Anand, Mikhail Tal और Boris Spassky भी थे |
Netflix चाहता था की मुकदमा खारिज कर दिया जाए और उन्होंने ये तर्क दिया था की ये एक fictional
सीरीज है , हालांकि यूएस डिस्ट्रिक्ट की जज वर्जीनिया ए फिलिप्स ने इस बात पर असहमति जताई थी
और कहा था की गैप्रिंडाशविली ने एक प्रशंसनीय तर्क दिया है की The Queen’s Gambit में उन्हें बदनाम
किया गया था और ये मुद्दा बनाया था की अगर वो वास्तविक लोगों को अपमानित करते है तो फिक्शन में
काम मानहानि के मुकदमे से प्रतिरक्षा नहीं करते हैं।
The Queen’s Gambit की सीरीज 1983 में Walter Tevis द्वारा लिखी गई एक novel पर आधारित है ,
इस सीरीज को 2020 अक्टूबर में रिलीज़ किया गया था और इसे एक ही महीने में करीब 62 मिलियन लोगों ने
देखा था |
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