विश्व चैम्पीयन मैग्नस कार्लसन और chess.com ने औपचारिक रूप से हाँस नीमन के मानहानि के
केस को खारिज करने के लिए पूर्वी मिसौरी जिला न्यायालय से अनुरोध किया है | केस खारिज करने
का प्रस्ताव उन्होंने 2 दिसंबर 2022 को दायर किया था और उसमें ये भी कहा गया है की नीमन ने
ये मुकदमा सिर्फ एक पब्लिक स्टन्ट के लिए किया है |
chess.com ने पेश किए दस्तावेज़
U.S ग्रेंडमास्टर हाँस नीमन ने 20 अक्टूबर को मानहानि का केस दर्ज करवाया था और अब chess.com के वकील ने एक 27 पेज की दस्तावेज़ में दलीले पेश करते हुए कहा है की अदालत को इस मुकदमे को आगे बढ़ाने की अनुमति क्यों नहीं देनी चाहिए | बता दे , नीमन के मुकदमे में GM मैग्नस कार्लसन , GM हिकारु नाकामुरा chess.com,प्ले मैग्नस ग्रुप और आईएम डैनी रेन्च से नुकसान के लिए कम से कम $ 100 मिलियन की मांग है , नीमन ने सभी पाँचों संस्थाओं के खिलाफ नीमन ने शर्मन अधिनियम के तहत बदनामी, परिवाद, और गैरकानूनी समूह का दावा किया है |
नीमन ने किया है मानहानि का केस दर्ज
नीमन ने कहा था की विश्व चैम्पीयन कार्लसन ने सितंबर में मिसौरी के सेंट लुइस में सिंकफील्ड कप में चीटिंग करने का आरोप लगाया था जिसके बाद से टूर्नामेंट आयोजकों द्वारा उनका बहिष्कार किया जा रहा है | कार्लसन से सिंकफील्ड कप में निमन से हार के तुरंत बाद टूर्नामेंट से हटने का फैसला ले लिया था जिसके बाद सभी को ये लग रहा था की कार्लसन का मानना है की निमन ने चीटिंग की है इसलिए उन्होंने टूर्नामेंट छोड़ दिया |
कार्लसन ने लगाए थे आरोप
कुछ महीनों बाद जब एक अनलाइन टूर्नामेंट के दौरान कार्लसन ने नीमन के खिलाफ मैच में एक चाल चल कर ही इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद चीटिंग की अफवाह और भी ज्यादा फैल गई थी और कुछ दिनों बाद फिर कार्लसन ने ट्विटर पर एक स्टेटमेंट जारी की थी और कहाँ था की उनका मानना है की नीमन ने कई बार चीटिंग की है इसके बाद chess.com ने नीमन को अपने सर्वर से बैन भी कर दिया था | कार्लसन-नीमन के केस में उस टूर्नामेंट की जांच की जा रही है जब कार्लसन को नीमन से मात मिली थी पर अब तक इस बात का कोई सबूत सामने नहीं आया है की नीमन ने चीटिंग की है |