Boxing के नियम और कानून किस प्रकार के होते है,Boxing एक ऐसी कला है जो दो लोगो के बीच व्रिसट के द्वारा लडी जाती है। ये दो लोगो के बीच लडी जाती है, जो एक प्रोटिकटेड गेयर के साथ खेला जाता है।इनमे नियमित वेघट के लोगो अपने अपने वेघट के अनुसार लड़ते है। जिनमे उन उन वेघट के अनुसार बेल्ट प्रधान करते है जैसे WBC, WBO, IBA, IBF और आदि। जिस प्रकार हर खेल के कुछ नियम और कानून होते है उसी प्रकार boxing के भी कुछ नियम और कानून होते है जिसे रिंग मे रहते रेफरी हमेशा इसकी निगरानी रखते है। आज हम उन्ही नियम और कानून के बारे मे जानने वाले है कि बोक्सर्स इसका केसा पालन करते है।
Boxing के नियम
Boxing के नियम मे बोक्सर्स के दो मुख्य फॉर्मेट हैं- प्रोफारेशनल और दूसरा जो नए नए शुरू करते हैं, उन सभी के लिए नियम थोड़े अलग हैं। boxing में आठ प्रमुख प्रोफारेशनल प्रभाग या बल्कि श्रेणियाँ हैं।
प्रोफारेशनल boxing मे खुल 9 से 12 राउंड होते है और शुरुआती लोगो के लिए 3 राउंड शामिल होते है ।प्रत्येक दौर के बीच लगभग एक मिनट का अंतर होता है, जहां प्रत्येक खिलाड़ी रिंग के अपने कोने में जा सकता है और अगले दौर के लिए तैयार हो सकता है।खेल शुरू होने से पहले हर एक खिलाड़ी को एक कोना दिया जाता है, और खेल से पहले खिलाड़ियों को अपने संबंधित कोने से रिंग में प्रवेश करना होता है। इस अंतराल के दौरान, खिलाड़ी पानी पी सकते हैं अपने ग्लोवेस् ठीक कर सकते हैं या यहां तक कि अपने कोच के साथ विचार विमर्श भी कर सकते हैं। एक रेफरी प्रत्येक लड़ाई की निगरानी करता है और यह सुनिश्चित करता है कि मैच निष्पक्ष तरीके से खेला जा रहा है।
मैच को जज करने के लिए तीन जजों का एक पैनल होता है जो कनेक्ट करने वाले, डिफेंड करने वाले और नॉकडाउन करने वाले पंचों के आधार पर प्रत्येक फाइटर को अलग-अलग अंक प्रदान करते हैं।कई बार प्रत्येक खिलाड़ी को दिए गए अंक एक ड्रा का कारण बन सकते हैं यदि जज के अंक देने में भिन्न होते हैं। अगर कोई बोक्सर्स अपने प्रतिद्वंदी को KO दे देता है इसका मतलब वो बोक्सर्स मैच जीत चुका है।
Boxing मे KO का मतलब होता है क्नोक्क आउट। यदि कोई बोक्सर् KO खाकर नीचे गिर जाए तो रेफरी 10 काउंट तक गिनता है, अगर वो फाइटर इन 10 काउंट मे उट जाए तो मैच दुबारा शुरू हो जाता है। अगर वो इस निर्धारित काउंट मे नही उट पाता है तो उसे हारा हुआ घोसित माना जाता है।TKO भी एक तरह का निर्णय है जब कोई फाइटर फाइट करने के हालत मे न हो तो दूसरे फाइटर को विजयता घोषित किया जाता है।
कुछ चैंपियनशिप में तीन नॉकडाउन नियम होते हैं, जहां अगर किसी खिलाड़ी को एक मैच में तीन बार नॉकडाउन किया जाता है, तो वे हार जाते हैं।इस तरह के रूल के लिए एक स्थायी आठ गिनती नियम प्रभावी हो सकता है। मूल रूप से यह रेफरी को रिंग के अंदर कदम रखने का अधिकार देता है और आठ की गिनती का काउंट करता है जो फाइटर खतरे में हो सकता है चाहे कोई नॉकडाउन हुआ हो या नहीं। जैसे ही गिनती रेफरी खत्म करते है। फिर रेफरी उस फाइटर की जाँच करते है की वो लड़ने के लायक है या नही अगर वो होश मे नही आते तो प्रतिद्वंदी फाइटर को विजयता घोषित किया जाता है।
बोक्सर्स के कुछ बुनियादी नियम
हर बोक्सर्स को boxing के बुनियादी नियम का पालन करता है जो उसे अपने प्रतिद्वंदी के साथ रखना पड़ता है। एक फाइटर को दूसरे फाइटर के बेल्ट के नीचे नही मारना चाहिए ये boxing के रूल के खिलाफ भी है। किसी भी फाइटर को अपने प्रतिद्वंदी को पकड़ने का कोई हक नही है जब वो पंच कर रहे हो। थूकना, काटना, सर पर मारना, बिल्कुल भी गलत माना जाता है। लात मारना, या किसी के private जगह पर मारना भी गलत माना जाता है, यदि ऐसा करने पर उस फाइटर के उपर सक्त खदम् उठाए जाते है। किसी फाइटर के किडनी, बैक, और गले पर मारना प्रतिबंध है। फाइटर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रतिद्वंद्वी को मुक्का मारते समय रस्सियों को न पकड़ें या अपने प्रतिद्वंद्वी की बेल्ट के नीचे न झुकें। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के बीच की दूरी का ध्यान नहीं रखा जाता है। अगर किसी बोक्सर्स का क्लिंच फट जाए रेफरी कि गलती से प्रत्येक खिलाड़ी को फिर से मुक्का मारने की अनुमति देने से पहले एक पूरा कदम पीछे लेना होता है । अगर कोई फाइटर को को कर दिया जाता है, तो दूसरे फाइटर को अपने कोने मे जाकर खडा रहना पड़ता है जब तक उसका प्रतिद्वंदी उट न जाए या रेफरी के अगले आदेश तक उसे शांत रहना पड़ता है।
अगर कोई इन रुलेस् को नही मानता हो
अगर कोई फाइटर इन नियमों का पालन नही करता है तो उन्हे रेफरी द्वारा फॉउल् घोषित कर दिया जाता है। या उनके पॉइंट्स काट दिए जाते है। ये तय करते हुए की फाइटर ने किस तरह का फॉउल् किया हो।एक साधारण अयोग्यता भी हो सकती है यदि फाउल प्रकृति में तीव्र हो। यदि कोई फाइटर जानबूझकर फाउल का कारण बनता है जो लड़ाई को जारी रखने से रोकता है, तो वे डिस्क्वालीफाय कर दिए जाते हैं। अगर किसी फाइटर को गलती से लो ब्लो लग जाता है तो उसे ठीक होने के लिए 5 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है। अगर वो फाइटर इस दौरान उट् नही पाते है तो उसे क्नोक्क आउट करार दिया जाता है।फाउल जो किसी भी प्रतियोगिता के फैसले में किसी भी खिलाड़ी के परिणाम के लिए घातक चोट का कारण बनता है, या दूसरा विकल्प खिलाड़ियों द्वारा लड़े गए राउंड की संख्या के आधार पर लड़ाई के परिणाम तक पहुंचना होगा। नही तो लडाई को जारी रखा जाता है।
Boxing रिंग रस्सियों के बीच, एक तरफ 16 फीट और 25 फीट के बीच होनी चाहिए और 2 फीट बाहर होनी चाहिए। रिंग के प्लेटफॉर्म को जमीनी स्तर से 3 फीट -4 फीट ऊपर उठाया जाना चाहिए, साथ ही लगभग 5 फीट ऊपर उठने वाले खंभे भी। उनके बंडगेस 11 मीटर सॉफ्ट होने चाहिए। यह चैंपियनशिप के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकता है। सीधे वजन और वेल्टरवेट मैच के लिए दस्ताने का वजन 226.8 ग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए। यही कुछ अन्य तत्यो के साथ boxing के नियमो का पालन किया जाता है।