उड़ीसा के राउरकेला में हॉकी का सबसे बड़ा स्टेडियम बना है. राउरकेला में बिरसा मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम का हाल ही में उद्घाटन हुआ था. और इसमें भारत ने अपना पहला वर्ल्डकप का मैच स्पेन के साथ खेला था. वहीं काफी समय से अटकले लगाई जा रही थी कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है. लेकिन अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ का कहना है कि, ‘बिरसा मुंडा में बना स्टेडियम में बैठने की क्षमता के हिसाब से इसे दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम घोषित किया जाता है.’
बिरसा मुंडा स्टेडियम बना सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम
वहीं उन्होंने इसे वर्क ऑफ आर्ट करार दिया है. वहीं FIH की इस पुष्टि से इस 21000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम को लेकर चल रहा विवाद भी खत्म हुआ है. वहीं उड़ीसा सरकार किया दावा भी सही साबित हुआ है. भारत के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के नाम पर बने इस शानदार स्टेडियम का उद्घाटन उड़ीसा के मुख्यमंत्री ने किया था. वहीं उड़ीसा के अधिकारीयों ने दावा किया था कि यह बैठने की क्षमता को देखते हुए दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है.
FIH ने कहा कि, ‘यह स्टेडियम वास्तुकला की दृष्टि से ही नहीं बल्कि कला की दृष्टि से भी और बैठने की क्षमता के हिसाब से भी दुनिया का सबसे बड़ा फील्ड हॉकी स्टेडियम है. इस स्टेडियम को बेहद अत्याधुनिका सुविधाओं के साथ बनाया गया है. मैदान में बैठने के लिए दर्शकों को काफी आरामदायक सुविधा दी जाएगी. वहीं खिलाड़ियों और उनकी टीम के लिए बेहद शानदार कमरे बने हुए है. जिनकी संख्या 220 से भी ज्यादा है. साथ ही स्टेडियम के पास ही एअरपोर्ट भी बनाया गया है ताकि खिलाड़ियों को आवागमन के लिए भी सुविधा रहें.
उड़ीसा में भुवनेश्वर के बाद राउरकेला में दूसरा हॉकी स्टेडियम है. पहले इस स्टेडियम को लाहौर के स्टेडियम से तुलना की जा रही थी लेकिन FIH ने इसकी पुष्टि कर दी है. और इसे दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम घोषित किया है.