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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कबड्डी खिलाड़ियों के साथ खिलवाड़ किया जा र है. यहां स्थित इंडोर स्टेडियम में कबड्डी के दो मेट्स लगाए थे. जिसमें से एक मेट को हटा दिया गया है. इससे हॉस्टल में रहने वाले पुरुष और महिला कबड्डी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण पूरी तरीके से नहीं मिल पा रहा है. वहीं कोच के रिटायरमेंट के बाद नए कोच भी यहां नियुक्त नहीं किये गए हैं.
बिलासपुर में खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा कोच
बता दें कोच रत्न लाल ठाकुर का छह महीने पहले ही रिटायरमेंट हो चुका है. इसके बाद से खिलाड़ियों को कबड्डी की ट्रेनिंग में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बिना कोच के ट्रेनिंग ले रहे खिलाड़ियों को काफी दिक्कत हो रही है.
वहीं रिटायर्ड हुए कोच रत्न लाल ठाकुर ने कहा कि, ‘मैं खिलाड़ियों का भविष्य अंधकार में नहीं देख सकता हूँ. इसलिए मैं ही खिलाड़ियों निःशुल्क ट्रेनिंग दूंगा जब तक कि कोई दूसरा कोच इन बच्चों को ट्रेनिंग देने नहीं आ जाता है.’ इसके साथ ही उन्होंने खेल विभाग से कोच और नई मेट की व्यवस्था करने की मांग की है.
उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों को आगे बढाने की बजाए सरकार द्वारा उनसे उनकी प्रतिभा को छीना जा रहा है. सभी खिलाड़ियों को राज्य खेल छात्रावास में ही ठहराया जा रहा है. नंदलाल ठाकुर ने कहा कि एक नए केंद्र को चलाने के लिए पुराने खेल केंद्र में पूरी सुविधा बंद करना सही नहीं होता है. इससे खेल में काफी दिक्कत आती है और साथ ही खेल की सभी सुविधाएं छीनने से खिलाड़ियों में काफी दिक्कत का सामना भी होता है.
इसके साथ ही सरकार से अनुरोध है कि उन्हें नए ट्रेनर की नियुक्ति भी करनी चाहिए. जिससे खिलाड़ियों को आगे चलकर कोई दिक्कत का सामना करना नहीं पड़े. केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी आग्रह किया है कि प्रदेश कहीं भी एक जगह खेल का हॉस्टल खोला जाए जिससे किसी को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े.
