भारतीय कबड्डी के प्रमुख प्लेयर और पद्मश्री से नवाजे जा चुके अजय ठाकुर ने कबड्डी का प्रशिक्षण बंद करने के खिलाफ आवाज़ उठाई है. बिलासपुर स्थित साईं ट्रेनिंग सेंटर में कबड्डी का प्रशिक्षण बंद करने की चल रही प्रक्रिया का विरोध किया है. अजय ठाकुर ने आवाज उठाई है कि साई ट्रेनिंग सेंटर से कबड्डी शिफ्ट करने के बजाए इसे एक्सीलेंसी में अपग्रेड किया जाए.
बिलासपुर कबड्डी सेंटर बंद होने के कगार पर
यह साईं सेंटर साल 1987 में शुरू हुआ था इस सेंटर में से कई खिलाड़ी खेलकर निकल चुके है. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और राज्य खेल मंत्री विक्रमादित्य से इस बारे में आवाज़ उठाई है. अजय ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर में साल 1987 में साईं ट्रेनिंग सेंटर खोला गया था. तबसे इसमें कबड्डी का प्रशिक्षण दिया जाता है. इस सेंटर से कबड्डी के कई खिलाड़ियों ने अपना जीवन बनाया है. और कई मुकाम हासिल किए हैं.
इतना ही नहीं अजय ठाकुर ने भी कई साल इस सेंटर में प्रशिक्षण लिया है. यहां से खेल की बारीकियां भी सीखी है और जब आज यह सेंटर बंद होने की कगार पर है तो उन्हें काफी दुःख हो रहा है. आज इस सेंटर से निकले खिलाड़ी राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल प्राप्त कर रहे हैं. इसके साथ ही प्रो कबड्डी लीग में भी हिस्सा लेकर देश का नाम आगे पहुंचा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यदि इस सेंटर को बंद कर दिया जाता है तो कई युवा कबड्डी के खेल से वंचित रह जाएंगे. इसके साथ ही उन युवाओं को भारी नुकसान भी होगा. साथ ही यह प्रदेश खेल के क्षेत्र में काफी पीछे चला जाएगा. उन्होंने खेल मंत्री और अन्य मंत्रियों से अपील की है कि इस खेल सेंटर को बंद ना किया जाए.
अजय ठाकुर के बारे में बताए तो हिमाचल सरकार का सबसे बड़ा परशुराम गौरव अवार्ड प्राप्त किया है. इसके साथ ही सरकार ने उन्हें पुलिस विभाग में नियुक्त भी किया है. इतना ही नहीं अजय ठाकुर दस बार विश्वकप और एशियन गेम्स में भारत के लिए खेल चुके हैं. इसके साथ ही वह प्रो कबड्डी लीग में भी अपना प्रदर्शन कर चुके हैं.
