भारतीय पुरूष हॉकी टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई सीरीज में भारतीय टीम को करारी शिकस्त दी थी. ग्राहम रीड के कोच वाली टीमें ने श्रृंखला 4-1 से गंवाई थी. वहीं इसके साथ ही 13 जनवरी से शुरू होने वाले विश्वकप टूर्नामेंट में भारत की भागीदारी अहम रहेगी. इसके लिए दोनों टीमों की तैयारियों का अवलोकन हुआ है. इसमें भारतीय टीम फिसड्डी हुई है.
पांच मैचों की सीरीज का अवलोकन करें तो इनमें कुल 42 गोल हुए थे. जिसमें से ऑस्ट्रलिया टीम बेहतरीन साबित हुई थी. शुरू के दो मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम ने शानदार प्रदर्शन किया फिर तीसरे मैच में भारतीय टीम ने पलटवार किया था और मैच अपने नाम किया था. लेकिन बाद के दो मैच में ऑस्ट्रेलिया ने फिर वापसी की और श्रृंखला को अपने नाम किया.
भारतीय टीम को है और कड़ी तैयारी करने की जरूरत
श्रृंखला के पहले दो मैचों में मिडफील्ड और डिफेन्स में भारत का बेकार प्रदर्शन सामने आया था जिसके चलते टीम को मात खानी पड़ी थी. लेकिन आखिरकार तीसरे मुकाबले में भारत ने वापसी की थी. तीसरे मैच में भारत के लिए मैच जीताने के लिए हार्दिक सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया था. जिसके चलते टीम को जीत मिली थी. वहीं आकाशदीप सिंह ने भी शानदार परफॉरमेंस से दर्शकों का दिल जीता था.
वहीं भारतीय टीम के लिए यह दौरा सबक के तौर पर याद रखा जाएगा. विश्वकप के लिए यह दौरा भारतीय टीम के अहम साबित हुआ है. विश्वकप के आयोजन से पहले टीम को इससे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. बता दें ऑस्ट्रेलिया टीम ने पांच मैचोने में कुल 13 गोल किए थे जबकि भारत ने इन मैचों में कुल 8 गोल किए थे. वहीं पेनल्टी कार्नर आदि के गोल भी 12 थे जो ऑस्ट्रेलिया ने मारे थे जबकि भारत के लिए यह गोल 9 थे.
ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले भारत का लाचार परफॉरमेंस
आगामी विश्वकप के लिए भारत को और टक्कर की टीमों का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए उन्हें कड़ी चुनौती मिलने वाली है.