FIH हॉकी पुरुष विश्वकप के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम काफी जोरो-शोरो से तैयारी कर रही है. इससे पहले भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौर पर भी गई थी जहां उसे कामयाबी हासिल नहीं हो सकी थी और वह 4-1 से करारी शिकस्त खाकर लौटी थी. वहीं अब भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है. इस शिविर के माध्यम से खिलाड़ियों की और तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. खासकर के ड्रैगफ्लिकर, गोलकीपरों आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. और उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
भारतीय टीम के लिए विशेष शिविर का आयोजन
बता दें कि इस शिविर में नीदरलैंड के ब्रैम लोमंस और डेनिस वान दी पोल हिस्सा लेंगे. जो भारतीय टीम के खिलाड़ियों को हॉकी में निपुण बनाने में सक्षम करेंगे. लोमंस जो है ड्रैगफ्लिकर्स के लिए मदद करेंगे जबकि वान दी पोल गोलकीपर्स के लिए सहयोगी साबित होंगे. बता दें भारतीय हॉकी टीम लम्बे अरसे से विश्वकप को अपने नाम करने में असफल रही है. वर्ष 1975 में भारतीय टीम ने हॉकी विश्वकप पर अपना कब्जा जमाया था. उसके बाद से ही हॉकी टीम इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है.
इस टूर्नामेंट में इस बार 16 टीमें भाग लेने जा रही है और यह आयोजन भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित किया जाएगा. वहीं विश्वकप के शुरू होने में अब थोडा सा ही समय शेष बचा है इससे पहले भारतीय टीम इस विशेष शिविर में भाग लेने के लिया तैयार दिखाई दे रही है.
वहीं टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड का मानना है कि बड़े आयोजन से पहले इस शिविर का आयोजन करना टीम के लये सही रहेगा और एक अच्छा अवसर लेकर आएगा.
बता दें यह विशेष शिविर 14 दिसम्बर से 20 दिसम्बर को समाप्त होगा. वहीं भारतीय टीम 27 को ही राउरकेला के लिए रवाना भी हो जाएगी. और उसके बाद से 13 जनवरी से इस टूर्नामेंट में भाग लेगी.