राष्ट्रमंडल खेलों में दूसरे स्थान पर शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय हॉकी टीम
उड़ीसा के भुवनेश्वर में 2018 FIH विश्वकप की निराशा की
भरपाई करने के लिए उत्सुक है. भारतीय टीम FIH उड़ीसा हॉकी विश्वकप
भुवनेश्वर-राउरकेला 2023 में ग्रुप डी में इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के खिलाफ उतरेगी.
अनुभवी फॉरवर्ड ललित उपाध्याय का कहना है कि भारतीय टीम
भाग्यशाली है कि उसे घरेलू प्रशसंकों के सामने सीधे रिकॉर्ड स्थापित करने
का सुनहरा मौका मिला है. हमारा दुर्भाग्य रहा कि हमने पिछले
भारतीय हॉकी टीम विश्वकप पर करेगी शानदार प्रदर्शन
विश्वकप में भुवनेश्वर के क्वार्टरफाइनल गेम के अंतिम मिनटों में एक
गोल दिया लेकिनं तब से टीम ने छलांग और सीमा में सुधार किया है
हमें खिताब के लिए गम्भीर दावेदार माना जाता है. हमारा लक्ष्य अब घरेलू
दर्शकों का फायदा उठाकर शानदार प्रदर्शन और पदक की उम्मीद
करना है. ललित उपाध्याय ने 2014 में राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण
किया और 133 कैप्स में 31 गोल जमा किए और उन्होंने मनदीप सिंह
के साथ टीम के लिए फोरवर लाइन का नेतृत्व किया. उन्होंने आगे कहा कि
जब भी मैं मैदान में कदम रखा हूं तो भारतीय जर्सी को दान करते हुए
मुझे बहुत गर्व महसूस होता है हमेशा यह ध्यान में रखते हुए
कि यह आखिरी बार हो सकता है जब मैं इसका अनुभव कर रहा हूं.
ललित ने आगे कहा कि जब मैं पहली बार शामिल हुआ तो मैंने टीम में
अपने जगह बनाने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की और टीम के
स्तर से मेल खाने के लिए अपनी फिटनेस पर काम किया.
ललित उपाध्याय ने 2014 में किया था पदार्पण
पिछले कुछ वर्षों में मैंने अपने खेल में और अधिक निरन्तरता
प्राप्त की है और मुझे गर्व है कि मुझे टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में से
एक माना जाता है और इसके साथ आने वाली अतिरिक्त जिम्मेदारियों को
स्वीकार करता हूं. घर में अपने विश्वकप अभियान से पहले वे 28 अक्टूबर
से उड़ीसा में होने वाले FIH हॉकी प्रो लीग मैचों में स्पेन और न्यूजीलैंड
से भिड़ेंगे. इन खेलों की तैयारी SAI बेंगलुरु में जोरों पर है.