FIH द्वारा आयोजित किए गए 15 वें हॉकी पुरुष विश्वकप का सफल आयोजन हो चुका है. और इसमें जर्मनी ने बेल्जियम को हराते हुए 17 साल बाद फिर से इस कप पर कब्जा किया है. रोमांचक फाइनल मैच में उड़ीसा के राज्यपाल गणेशी लाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उड़ीसा के खेल मंत्री तुषारकांति बेहरा भी देखने पहुंचे थे. वहीं ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और सभी खिलाड़ी ने ख़ुशी जताई है.
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने मेजबानी को बताया बेहतरीन
दुनियाभर के फैन्स ने उड़ीसा के आयोजन को काफी सराहा है और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी है. इस टूर्नामेंट में 44 मैच आयोजित हुए थे जिसमें सभी दर्शकों ने काफी मनोरंजन भी किया था. और इस आयोजन की प्रतिक्रिया भी काफी सकारात्मक रही है. उड़ीसा ने दूसरी बार वर्ल्ड कप की मेजबानी की है.
टूर्नामेंट दो स्थानों पर आयोजित हुआ था. पहला स्थान भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम था वहीं दूसरा स्थान राउरकेला का बिरसा मुंडा स्टेडियम रहा था. बिरसा मुंडा स्टेडियम 15 महीने के लिए बनाया गया था. सभी में इस स्टेडियम की काफी तारीफ़ की थी. बता दें इस गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज किया गया है. वहीं यह दुनिया का सबसे जज्यादा दर्शक क्षमता वाला स्टेडियम है. उड़ीसा में मैच के अनुभव के बारे में पूछने पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एडी ओकेनडेन ने कहा कि हम में से कई लोगों के लिए यह इतने सारे लोगों के सामने खेलने का मौका है.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘दोनों स्थानों पर सुविधाओं ने एथलीटों और प्रशंसकों को समान रूप से दुनिया का सबसे बड़ा सीटेड हॉकी स्टेडियम प्रभावित किया है. यहाँ पर खिलाड़ियों के लिए बहुत ज्यादा अच्छी सुविधाएं है. इस तरह की विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं को इस स्तर पर करना बेहतरीन बात है.
वहीं अन्य खिलाड़ियों ने कहा कि यहाँ पर सुविधाएं शीर्ष पर है. इस तरह के बड़े स्तर पर टूर्नामेंट का आयोजन करना एक सम्मान की बात है. टूर्नामेंट में शहर और उसके बाहर कई सांस्कृतिक अनुभव, फैन पार्क और प्रयत्न की पहल भी शामिल थी. इन पहलों ने फैन्स को उड़ीसा और भारत की संस्कृति से पूरी तरह जुड़ने का अवसर मिला था.