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झारखंड के एक छोटे से गांव से निकली प्रतिभा पूरे देश में छा रही है. इसके साथ ही वह भारतीय महिला टीम की सबसे युवा खिलाड़ियों में शामिल हो चुकी है. इतना ही नहीं वह देश के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स में खेली थी तो उसने टीम के लिए कांस्य पदक भी जीता था. बता दें यह खिलाड़ी और कोई नहीं झारखंड संगीता कुमारी है.
झारखण्ड की संगीता बनी सबसे युवा खिलाड़ी
सिमडेगा के छोटे से गांव की रहने वाली संगीता आज देश में अपनी पहचान बना चुकी है. स्कूल के दिनों से हेई उसे हॉकी से काफी लगाव हो गाय था. एक दिन स्कूल में हेडमास्टर ने टीवी पर हॉकी का खेल दिखाया जो कि संगीता को काफी रास आया था. बता दें संगीता के पिता किसानी करते हैं और वह इतना सामर्थ्य नहीं रखते कि हॉकी किट संगीता को दिला सके. ऐसे में संगीता ने बांस की स्टिक बनाकर ही प्रैक्टिस करना शुरू की ठी.
संगीता झारखण्ड के करंगागुरी-नवाटोली के गांव से आई है. 21 साल की लड़की ने अपनी मेहनत और बल के दम पर भारतीय महिला टीम में पहुंचा दिया था. फॉरवर्ड में खेलने वाली संगीता ने प्रो लीग मैच में अपना अन्तर्राष्ट्रीय गोल कर नाम रोशन किया था. बता दें संगीता ने 23 इंटरनेशनल मैच खेले हैं जिसमें से उन्होंने नौ गोल किए हैं. उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की की है. भारतीय टीम में संगीता का प्रदर्शन शानदार रहा था.
उन्होंने पिछले साल दिसम्बर में भारत को नेशंस कप जीताने में भी अहम भूमिका निभाई थी. इतना ही नहीं वह तीन गोल के साथ टॉप स्कोरर भी रही थी. इस खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. हाल ही में चल रही ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज में भी संगीता ने शानदार प्रदर्शन किया था. लेकिन टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. उनके अलावा टीम का अन्य कोई सदस्य उनका साथ नहीं दे सका था.