मध्यप्रदेश में खेलों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार काफी अच्छे कदम उठा रही है. और खेलों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. हर जगह नए स्टेडियम बनाए जा रहे हैं. महंगी खेल सामग्रियों की खरीदी की जा रही ही. लेकिन खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए कोच की जगहें खाली पड़ी है. यह स्थिति भोपाल में स्थित बैतूल में हो रही है. बैतूल शहर में खेल युवक कल्याण विभाग के माध्यम से एस्ट्रोटर्फ मैदान पर बच्चे हॉकी की ट्रेनिंग के लिए आते हैं लेकिन बिना कोच के ही उन्हें सीखना पड़ता है.
बैतूल में खिलाड़ियों को पांच सालों से नहीं मिला कोच
ख़ास बात तो यह है कि पिछले पांच सालों से उन्हें बिना कोच के ही यहां प्रशिक्षण लेना पड़ रहा है. इस वजह को देखते हुए खेल युवक कल्याण विभाग के हॉकी प्रशिक्षण संस्था में बच्चों की संख्या घट रही है. गर्मी की छुतियों के दौरान संख्या में इजाफा हो जाता है. बच्चों के लिए मैदान को एस्ट्रोटर्फ है लेकिन उन्हें सीखाने वाला कोई नहीं है.