देखिए आजकल बाबर आज़म और विराट कोहली को लेकर काफी तुलना होती रहती है, और यह एक तरह से शब्दों की जंग होती है भारत फैंस और पाकिस्तानी फैंस के बीच में। पाकिस्तानी फैंस दावा करते हैं कि बाबर आज़म एक शानदार खिलाड़ी हैं, भले ही उनका करियर अभी शुरुआती दौर में हो। वहीं दूसरी ओर, विराट कोहली को क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में गिना जाता है।
वह सिर्फ एक महान खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली व्यक्तित्व भी रहे हैं, जिन्होंने कई युवा बच्चों को क्रिकेट खेलने की प्रेरणा दी है। वहीं दूसरी तरफ, बाबर आज़म भी पाकिस्तान के क्रिकेट आइकॉन हैं, जहाँ उन्हें लोग “किंग” के नाम से जानते हैं। भारत में भी, विराट कोहली को कभी-कभी उनके फैंस “किंग कोहली” कहते हैं।
लेकिन क्या यह तुलना करना सही है? कभी-कभी हम लोग रिकॉर्ड्स, आंकड़ों और स्थिति में इतने खो जाते हैं कि हम यह समझ भी नहीं पाते कि कौन सा खिलाड़ी किस स्तर का है। बेशक, बाबर आज़म के पास क्लास है।
जब वह शॉट खेलते हैं तो वह बहुत ही सुंदर लगते हैं। और जब वे अपने चरम पर होते हैं या अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, तो उनके पास लंबी पारी खेलने की क्षमता होती है। वे पूरे 20 ओवर, पूरे 50 ओवर या टेस्ट मैच में लंबी बल्लेबाजी कर सकते हैं। यह उनकी खासियत है।
वहीं दूसरी ओर, विराट कोहली के पास जो सबसे बड़ी चीज है, वह उनका चरित्र और उनका स्वभाव है। वे बहुत ही दबंग खिलाड़ी हैं। जब भी वे मैदान पर होते हैं, उनकी उपस्थिति प्रभावशाली होती है।
इसलिए, आपने देखा होगा कि गेंदबाज कई बार विराट कोहली के सामने गलतियां कर देते हैं। कोहली की एक अच्छी बात यह है कि वे समय और परिस्थिति के अनुसार अपने खेल को बदलने की क्षमता रखते हैं। वे अनुकूलन कर सकते हैं।
कोहली को आता है आलोचकों को देना जवाब
इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि कुछ दिनों पहले उनके स्ट्राइक रेट को लेकर काफी चर्चा हो रही थी। बड़े-बड़े कमेंटेटर और पूर्व भारतीय खिलाड़ी यह कह रहे थे कि विराट कोहली रन तो बनाते हैं, लेकिन उनकी स्ट्राइक रेट आजकल के आधुनिक खेल के हिसाब से इतनी अच्छी नहीं है।
यह बात कुछ हद तक सही भी है कि आजकल जो आधुनिक T20 खेल है, उसमें आप ऐसा खिलाड़ी चाहते हैं जो आपको 25-30 गेंदों में 50-60 रन दे सके। वह जमाना चला गया जब हम बचपन में गेंद में एक्सीडेंट बनाने वाले खिलाड़ियों की तारीफ किया करते थे और उस समय उनकी आवश्यकता भी थी, लेकिन अब समय बदल चुका है।
लेकिन ऐसे कमेंट्स आने के बाद विराट कोहली ने एक मैच में बड़ी 47 गेंदों में 92 रनों की एक शानदार पारी खेली पंजाब किंग्स के खिलाफ।और उसके बाद उन्होंने अपने आलोचकों को जवाब भी दिया। उनके दिमाग में यह था कि स्ट्राइक रेट को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं।
विराट कोहली में यह काबिलियत है कि वह अपने आलोचकों को जवाब देना जानते हैं, वह अपने गेम को आगे बढ़ा सकते हैं, परिस्थितियों के हिसाब से ढल सकते हैं और उनके पास शॉट्स की रेंज भी है।
कोहली के पास है बेहतर शॉट्स, बाबर के हैं बधे हाथ
आपने इस आईपीएल में देखा कि वह स्वीप शॉट खेलते हुए आए, उन्होंने पल अच्छा फुल शॉट अच्छा खेला, स्वीप शॉट भी लगाया और को कॉर्नर पर बड़े-बड़े छक्के लगाए। उनकी फिटनेस तो लाजवाब है।
वहीं अगर बाबर आजम की बात करें तो उनके पास शॉट्स की रेंज कम है। वह इतनी खुलकर बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं। शायद कुछ ज्यादा ही डिफेंसिव किस्म के खिलाड़ी हैं। लेकिन उनके अंदर यह काबिलियत है कि वह अच्छी गेंद पर भी शॉट लगा सकते हैं, रन बटोर सकते हैं।यही तो बात है जो उसे खिलाड़ी को खास बनाती है।
लेकिन इसके अलावा अगर हम देखें तो बाबर आजम के अंदर ज्यादा कुछ खास नहीं है। बाबर आजम ने अब तक ऐसी कोई पारी नहीं खेली है जिन्हें देखकर हम कहें कि पाकिस्तान मैच लगभग हार चुका था और वहां से बाबर आजम ने मैच जिताया। जबकि विराट कोहली।ने अपने करियर में अनगिनत बार ऐसी पारियां खेली हैं। जिन्हें देखकर हम यह कह सकते हैं कि उन्होंने अपने दम पर मैच जीता है।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण हालिया 2022 T20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान का मैच था। जहां पर 18 गेंदों में जीत के लिए 48 रन चाहिए थे और विराट कोहली ने किस तरह वहां से भारतीय क्रिकेट टीम को जिताया था।