एफआईएच पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप (Hockey World Cup) 2023 शुक्रवार (13 जनवरी) से भारत में शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट में कुल 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 4 पूल में बांटा गया है। टूर्नामेंट में कुल 44 मैच खेले जाएंगे। भारतीय टीम पूल डी में स्पेन, इंग्लैड और वेल्स के साथ है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया को फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका और अर्जेंटीना के साथ रखा गया है।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया (Australia) एफआईएच रैंकिंग (FIH Ranking) में फिलहाल वर्ल्ड नंबर वन है और फील्ड हॉकी में सबसे दमदार टीमों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया के नाम पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप के तीन धाकड़ रिकॉर्ड हैं। ऑस्ट्रेलिया ने तीन बार – 1986, 2010 और 2014 में विश्व कप जीता है। ऑस्ट्रेलिया ने ओलंपिक गोल्ड मेडल पर भी कब्जा किया, जो उसने 2004 में जीता। ऑस्ट्र्रेलिया ने 15 बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है।
सबसे ज्यादा गोल
हॉकी वर्ल्ड कप के इतिहास (In History of Hockey World Cup) में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया ने 2010 और 2014 में क्रमशः 27 गोल और 30 गोल दागे। ऑस्ट्रेलिया ने 1986 में 31 गोल किए। ऑस्ट्रेलिया के बाद लिस्ट में नीदरलैंड्स है, जिसने 267 गोल किए हैं। भारत 199 गोल के साथ तीसरे नंबर पर है।
सबसे ज्यादा मेडल
ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 10 मेडल जीते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक तीन गोल्ड के अलावा, दो सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए हैं। ऑस्ट्रेलिया को 2002 और 2006 में फाइनल में हार के कारण सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया का पहला पदक 1978 और आखिरी पदक 2018 में आया था। वर्ल्ड कप में जीते गए मेडल्स के मामले में नीदरलैंड्स (9) दूसरे स्थान पर है।
सबसे ज्यादा गोल-मेडल के साथ-साथ टूर्नामेंट में सर्वाधिक मैच जीतने का कारनामा भी ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने ही अंजाम दिया है। ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप के अलग-अलग संस्करणों में 92 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से इनमें से 69 में विजयी परचम फहराया है। ऑस्ट्रेलिया की सफलता दर 75 प्रतिशत है।
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