World Cup” के मुकाबले मे देखने को मिला एक और अपसेट, जापान ने स्पेन को 2-1 से हराया पर एक संगीन मामला दूसरे गोल का अभी भी बना हुआ था जो VAR द्वारा नज़र अंदाज़ किया गया। स्पेन के लिए ये मुकाबला ज्यादा अहम नही था पर ये जीत उनके स्थान को सुनिश्चित कर सकती थी। स्पेन ने पहले हॉफ मे अच्छा नियत्रं दिखाया था पर आखरी पलो वे चुक गए।
जापान कि जीत का जशन
मैच के शुरुआत से स्पेन जापान के उपर अपना दबाव बनाए रखा था। जापान को वर्ल्ड कप मे बने रहने के लिए ये मुकाबला जीतना जरूरी था। पर उनके खेल से नज़र आ रहा था वे जीतने से ज्यादा अपने आपको बचाने को देख रहे है। स्पेन के खिलाडी लगातार जापान के डी पर हमले किए जा रहे थे, और इसी बीच उनका एक गोल भी आ गया जिस कारण वे इस मैच् मे आगे थे।
पर ये world Cup ही कुछ ऐसा है जिसमे केह पाना मुश्किल है कि किस टीम का पल्डा भारी रहता है क्यूँकि आखरी के समय मे भी हमने मैच् बदलते देखा है। और ये मैच् भी उसी का एक उदाहरण था, क्यूँकि हॉफ टाइम के बाद मैच् मानो एक दम विपरीत हो गया हो।
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जो जापान डर डर कर सेहमे से खेल रही थी, उसने अपना विकराल रूप दिखा दिया था। जापान के खिलाडी मानो बेफिक्र खेल का प्रदर्शन कर रहे थे और इसका फल उन्हे 48 वे मिनट मे मिला रित्सु दोन ने गोल कर स्कोर कर 1-1 कि बराबरी मे ला खडा कर दिया। फिर क्या था इस गोल ने जापान के खिलाडियों मे नई ऊर्जा भर दी।
VAR का नज़र अंदाज़ और जापान की जीत
51 वे मिनट मे कुछ ऐसा हुआ जो बहुत विवादित था, जापान आक्रामक होकर जब स्पेन के डी लाइन पर गई तो कोरू मितोमा का लाइन पार कट बैक विवाद रहा जब उसे VAR से चेक किया गया तो उसका निर्णय जापान के हक पर ही गया जिस पर कुछ देर के लिए बवाल भी मचा और मैच् के अंतिम लम्हो मे एक क्रॉस ने स्पेन के हाथो से मैच् चीन लिया जो गोल मे तकदील हो गया था।
स्पेन बले ही ये मुकाबला हार गया हो पर टॉप 16 के लिए क्वालीफाई कर गया क्यूँकि उनका गोल डिफ्फरेंस जर्मनी से बेहतर था, जो उन्होंने कोस्टा रिका से 7-1 से जीता था।