अल इत्तिहाद किसी भी तरह से मोहम्मद सलाह को लेना चाहती है। लिवरपूल के बेहतरीन स्ट्राइकर मोहम्मद सलाह के उपर कही टीम की नज़र है, लेकिन ये बात तो बिल्कुल सच है कि कही खिलाडी सऊदी लीग की तरफ आकर्षक होते हुए पाए गए है। कही खिलाडियों ने बल्कि ऐसा किया भी है जिसकी शुरुआत सबसे पहले रोनाल्डो ने की थी, अब मानो ऐसा लग रहा है कि कही खिलाडी उनके राह पर चल रहे है। पर क्या सलाह सऊदी जाना पसंद कर रहे है।
अल इत्तिहाद कर रहे है भरपूर प्रयास
अल इत्तिहाद ने तय कर लिया है कि वो सलाह के लिए कोई भी कीमत देने के लिए तयार है। फॉरवर्ड इस गर्मी में अल इत्तिहाद के शीर्ष लक्ष्यों में से एक रहा है और सलाह के एजेंट रामी अब्बास इस्सा ने अगस्त की शुरुआत में कहा था कि खिलाड़ी लिवरपूल के लिए प्रतिबद्ध है, इसके बावजूद वे अभी भी उसमें रुचि रखते हैं।अल इत्तिहाद की टीम में करीम बेंजेमा, सालाह के पूर्व लिवरपूल टीम-साथी फैबिन्हो, एन’गोलो कांटे और पूर्व सेल्टिक विंगर जोटा हैं।
हालाँकि, ऐसी मजबूत रिपोर्टें हैं जो संकेत देती हैं कि जोटा £25 मिलियन में शामिल होने के कुछ ही हफ्तों बाद क्लब छोड़ सकता है। एसपीएल विंडो 1 सितंबर को प्रीमियर लीग के स्थानांतरण की समय सीमा के लगभग एक सप्ताह बाद 7 सितंबर को बंद होने वाली है। सभी यही देख रहे कि सलाह इसके बारे मे क्या सोचते है। क्यूँकि अगर आप देखे तो यूरोप के कही बेहतरीन खिलाडी सऊदी प्रो लीग की तरफ रवाना हो चुके है।
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सलाह लिवरपूल के लिए है समर्पित
जब एक महीने पहले ये खबरें सामने आने लगीं कि वे रुचि रखते हैं, तो उनके अपने एजेंट सोशल मीडिया पर सामने आए और कहा कि सलाह लिवरपूल के लिए प्रतिबद्ध हैं। यदि ऐसा नहीं होता, तो उन्होंने पिछले समर में एक नए अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं किया होता।यह अनुबंध उन्हें लिवरपूल में सबसे अधिक भुगतान पाने वाला खिलाड़ी बनाता है, अभी भी दो साल बाकी हैं, और लिवरपूल बहुत स्पष्ट है कि वे उसे बेचना नहीं चाहते हैं।
एक नए इंटरव्यू मे सलाह ने ये साफ कर दिया है कि वो अभी कहीं नही जा रहे है, लिवरपूल से वे बहुत खुश है। बले मेरे कही साथी वहाँ है लेकिन मे अपने टीम लिवरपूल के लिए पुरी निष्टा के साथ खेलना चाहता हूँ और मुझे बताते हुए ये खुशी हो रही है कि मेने लिवरपूल के साथ दो साल का अनुबंध जोड़ लिया है।क्लॉप ने हाल ही में यह कहा कि वह इस बात से नाखुश थे कि प्रीमियर लीग विंडो बंद होने के बाद एसपीएल विंडो कैसे खुली थी। उन्हें इस बात की चिंता थी कि यहां विंडो बंद होने के बाद सऊदी क्लब आ सकते हैं और प्रीमियर लीग क्लबों से खिलाड़ियों को ले जा सकते हैं, इसलिए वे उनकी जगह नहीं ले सकते।