हाल ही में तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी के छात्र आकाश
कुमार ने श्रीलंका के कलुतारा में आयोजित हुई 16वीं एशियन स्कूल चेस चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल
हासिल किया है | इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर ये जीत आकाश के लिए काफी बड़ी उपलब्धि है और अपनी
इस जीत से वो काफी खुश है और ये मेडल उनके लिए इसलिए भी खास है क्यूंकि ये उनकी पहली
अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति थी |
जीत के बाद आकाश ने कही ये बात
इस जीत के बाद जब आकाश का इंटरव्यू लिया गया तो उन्होंने कहा “ ये मेरे जीवन का खास पल है क्यूंकि ये मेरा पहला अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट था और मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करने और सिल्वर मेडल के साथ लौट रहा था इसलिए मैं काफी उत्साहित और खुश था , मेरी खुशी दुगनी हो गई है , बता दे आकाश अंडर-17 ओपन वर्ग की classical स्पर्धा में भी सांतवे स्थान पर रहे |
आकाश ने अपने पिता से शतरंज खेलना सीखा था
आकाश मनचेरियल जिले के तंदूर मंडल के रेपल्लेवाड़ा गांव के एक निजी शिक्षक के बेटे है , उन्होंने अपने पिता के साथ मनोरंजन के लिए शतरंज खेलना शुरू किया था और बाद में उन्हें TSWR स्कूल शतरंज अकादमी काशीपेट शाइकपेट में कोच शिव कुमार द्वारा प्रोत्साहन मिला और अब वो राष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर प्रतियोगिताओं में भाग लेते है और अपनी स्किलस का प्रदर्शन करते है |
ग्रंड्मास्टर बनना चाहते है आकाश
इंटरव्यू में आगे बात करते हुए आकाश ने बताया “ मेरे पिता ने मुझे बचपन में शतरंज खेलना सिखाया था और जब मैंने TSWREIS जॉइन की तो मुझे यहा अकादमी में कोचिंग मिली , मैं सेक्रेटरी सर रोनाल्ड रोज और मेरे कोच का शुक्रगुजार हूँ की उन्होंने मुझे चुना और इंटरनेशनल प्लेयर बना दिया | अपने भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बात करते हुए उन्होंने खुलासा किया “ मेरा लक्ष्य ग्रंड्मास्टर बनना है , अभी मेरे पास 1,300 FIDE पॉइंट्स है , अगले साल मैं 1700 पॉइंट हासिल करना चाहता हूँ और आगे के इवेंट्स के लिए तैयारी करना चाहता हूँ |