अगले साल भारत में उड़ीसा के राउरकेला और भुवनेश्वर में हॉकी पुरुष विश्वकप खेला जाना है.
जिसमें से भुवनेश्वर पहले से ही तय स्थान है और राउरकेला नये स्थान के रूप में जुड़ा है.
राउरकेला के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम दूसरा स्थान होगा जहां हॉकी पुरुष विश्वकप खेला जाना है.
इसी को लेकर हॉकी अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय टीम ने अगले साल
पुरुष विश्वकप से पहले स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को उड़ीसा
के रुर्केला में निर्माणाधीन स्टेडियम का दौरा किया.
जिसमें अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ और हॉकी इंडिया के सदस्य भी शामिल थे.
इन सभी अधिकारियों ने बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में कम की प्रगति पर संतोष जाहिर किया.
उन्होंने देश के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम के परिसर में एक अभ्यास केंद्र का
भी उद्घाटन किया और राउरकेला हवाई अड्डे पर चल रही
गतिविधियों का भी निरीक्षण किया. जिसका उपयोग खिलाड़ियों,
कर्मचारियों और अन्य लोगों के लिए एक ट्रांजिट हब के रूप
में किया जाएगा. उड़ीसा खेल सचिव विनील कृशा ने स्थिति प्रस्तुत की
जिसमें चल रही परियोजनाओं, कनेक्टिविटी, आवास और सौन्दर्यकरण परियोजनाओं की जानकारी ली गई.
राउरकेला में खेला जाना है विश्वकप 2023
एफआईएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थिएरी वेइल ने कहा कि
यह भारत का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम होगा और सम्भवतः दुनिया
का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम होगा. पश्चिमी उड़ीसा के सुंदरगढ़
जिले में स्थिति इस स्टेडियम की ख़ास बात यह है कि इसकी दर्शक क्षमता 20 हजार दर्शकों की है.
उड़ीसा के भुवनेश्वर में 2018 में भी हॉकी पुरुष विश्वकप की मेजबानी की थी.
तब भी यहा के आयोजन की हर किसी ने तारीफ़ ही की थी.
हॉकी के अधिकारियों ने किया मैदान का निरक्षण
35 एकड़ की साईट में बीजू पटनायक प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के
परिसर के अंदर स्टेडियम और आवास शामिल है.
वहीं पूर्व मुख्य चुनाव सचिव ने भी माना है कि उड़ीसा में जो कुछ भी खेल को लेकर हो रहा है वह सुरक्षित है.
हॉकी विश्वकप की तैयारियां जोरो पर है देखना है कि भारतीय हॉकी टीम कितना अच्छा प्रदर्शन कर पाती है.