पिछले 8 महीनों में भारतीय शतरंज खिलाड़ियों की तरफ से लाजवाब प्रदर्शन देखने को मिला है ,
कई युवा खिलाड़ियों ने विश्व चैम्पीयन मैग्नस कार्लसन को भी इस साल कई बार मात दी है |
2022 से पहले तक सिर्फ विश्वनाथ आनंद और पी हरीकृष्णा ही पांच बार के विश्व चैंपियन को
मात देने में सफल हो पाए थे पर अब आर प्रज्ञानानंद, अर्जुन एरिगैसी और डी गुकेश जैसे युवा
खिलाड़ियों ने भी ये उपलब्धि हासिल कर ली है |
तीनों भारतीयों ने दी है इस साल कार्लसन को मात
17 वर्षीय प्रज्ञानानंद ने विश्व चैम्पीयन कार्लसन को तीन बार मात दी है , 19 वर्षीय अर्जुन एरिगैसी और 16 वर्षीय डी गुकेश ने भी इस साल अक्टूबर के महीने में हुए Aimchess Rapid टूर्नामेंट के दौरान कार्लसन के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की | ऐसा करके उन्होंने ये साबित कर दिया है की वो दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए बिलकुल तैयार है |
श्रीनाथ नारायणन ने की गुकेश और प्रज्ञाननंद के बारे में बात
गुकेश क्लासिकल शतरंज पर काफी ध्यान देते है , ये स्पष्ट रूप से उनकी टॉप प्राथमिकता है | वो केवल रैपिड और ब्लिट्स इवेंट खेलते है 10 मिनट से 60 मिनट के समय वाले वो भी , ये बात खुद ग्रैंडमास्टर श्रीनाथ नारायणन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताई थी जो की 44वें शतरंज ओलंपियाड में भारत की ए टीम के कोच थे |वही दूसरी ओर प्रज्ञाननंद चैंपियंस शतरंज टूर में अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से पॉपुलर रहे है जो की एक अनलाइन रैपिड टूर्नामेंट है |