आज हम आपको एक 8 वर्षीय बच्चे के बारे में बताने जा रहे है जो की मेलबोर्न के दक्षिण-पश्चिम में
प्वाइंट कुक के रहने वाले है और 15 वर्ष की उम्र तक दुनिया के नंबर 1 शतरंज खिलाड़ी बनना चाहते है |
इस बच्चे का नाम है रेयांश अन्नपुरेड्डी , वो अपने स्कूल के दिनों में कम से कम चार घंटे शतरंज खेलते है
और स्कूल की अवधि के दौरान ऑनलाइन प्रतिद्वंदीयों के साथ 6 घंटों तक शतरंज के मैच खेलते है |
ग्रैंडमास्टर्स के मैच वीडियोज़ का अध्ययन करते है रेयांश
इस उम्र में ज्यादातर बच्चे फिल्मे , कार्टून देखना और वीडियो गेम्स खेलना पसंद करते है पर रेयांश
अनीश गिरी , कार्लसन जैसे ग्रैंडमास्टर्स के मैचों की वीडियो का अध्ययन करते है | इस वक्त मेलबोर्न
के पूर्व में कैमबरवेल ग्रामर में ऑस्ट्रेलियाई जूनियर शतरंज चैंपियनशिप चल रही है जिसमें रेयांश
अंडर 16 सेक्शन में प्रतिस्पर्धा कर रहे है और अपने से दुगनी उम्र के खिलाड़ियों को मात भी दे रहे है ,
अब तक इस टूर्नामेंट में वो चार में से तीन गेम जीत चुके है और 5 राउंड अभी और खेले जाने है |
ये रिकार्ड तोड़ना चाहते है रेयांश
इस टूर्नामेंट में कुल 400 प्लेयर्स ने हिस्सा लिया है जिनकी उम्र 5 से 18 वर्ष है , शतरंज विक्टोरिया के
अध्यक्ष और ग्रैंडमास्टर लियोनिद सैंडलर ने रेयांश को लेकर ये भी कहा था की अगर वो अंडर-16 जीत
भी जाता है और इससे ज्यादा सफलता हासिल करता है तो उन्हें कोइ आश्चर्य नहीं होगा | बता दे पिछले
साल अक्टूबर में रेयांश ने बाली में एशियन यूथ चेस चैंपियनशिप के अंडर 8 भी जीत हासिल की थी ,
वो 11 वर्ष की उम्र में ग्रैंडमास्टर टाइटल स्तर तक पहुंचना चाहते है और न्यू जर्सी के अभिमन्यु मिश्रा
के “सबसे कम उम्र” ग्रैंड मास्टर रिकॉर्ड को तोड़कर ये टाइटल हासिल करना चाहते है |
सैंडलर ने की इस 8 वर्षीय प्लेयर की तारीफ
लियोनिद सैंडलर ने रेयांश के लिए ये भी कहा था “ निश्चित रूप से वो अंतराष्ट्रीय मास्टर और फिर
ग्रैंडमास्टर बनेगा और शतरंज का सर्वोच्च टाइटल हासिल करेगा, वो दबाव को काफी अच्छी तरह से
संभालता है , मुझे लगता है की 16 वर्ष के बच्चे भी उसके सामने खेलने से डरते है , वो अपनी उम्र के
हिसाब से काफी अविश्वसनीय रूप से परिपक्व है | उसके पास बेहतरीन टैलन्ट है इसलिए वो जल्द ही
दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो सकता है |
मैग्नस को भी मात देना चाहता है ये खिलाड़ी
रेयांश के आइडल दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन है पर इसका मतलब ये नहीं है की वो
एक दिन प्रतिद्वंदी नहीं बन सकते | रेयांश भी दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बनना चाहते है जिसके लिए
वो काफी अभियास कर रहे है और फिर कैनडिट मास्टर से फिडे मास्टर , फिर इंटरनेशनल मास्टर
और फिर ग्रैंड मास्टर का टाइटल हासिल करेंगे इसके बाद वो मैग्नस कार्लसन को हराना चाहते है |