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हिमाचल प्रदेश के ऊना में कबड्डी का बोलबाला काफी है. वहां के खिलाड़ी कबड्डी के खेल में दक्ष माने जाते हैं. ऐसे में ऊना जिला मुख्यालय में स्थित आईटीआई की 6वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें कबड्डी खेल के साथ अन्य खेलों को भी शामिल किया गया था.
ऊना में 6वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता
इस प्रतियोगिता के दूसरे दिन हिम गौरव आईटीआई संतोखगढ़ का दबदबा बना रहा था. संतोखगढ़ की टीम ने हर खेल में अपनी जीत दर्ज की थी. संतोखगढ़ की टीम का मुकाबला कबड्डी में वंगाणा के साथ हुआ है. इस मैच में संतोखगढ़ की टीम के खिलाड़ियों ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था. इस मैच में उनका दबदबा पूर्ण रूप से देखा गया था. इस मैच में संतोखगढ़ की टीम ने जीतकर अगले पढ़ाव में प्रवेश किया था.
हिम गौरव आईटीआई की जीत पर हिम गौरव के ट्रेनर में ख़ुशी की लहर थी. इस जीत का श्रेय प्रबंधक वर्ग ने खिलाड़ियों को कोच को दिया है. बता दें खिलाड़ियों को कबड्डी खेलने के लिए काफी जोश रहता है. लेकिन उन्हें पूरा सहयोग नहीं मिल पा रहा है. ऊना में एक भी कबड्डी एकेडमी नहीं है और इतना ही नहीं यहां पर कबड्डी के लिए एक भी कोच नहीं है. नेशनल स्तर पर अपने दम पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्टार खिलाड़ी यहीं से निकले है. लेकिन अब जिला खेल विभाग कि उदासीनता के चलते अब इस खेल का यहां पर सूर्यास्त होता नजर आ रहा है. इस क्षेत्र में अब भारत का पारम्परिक खेल फीका पड़ता नजर आ रहा है.
इतना ही नहीं सतनाम और विनीत शर्मा ने प्रो कबड्डी लीग में जाकर देश का गौरव बढ़ाया ही है. लेकिन इन सभी खिलाड़ियों को किसी कोच ने नहीं ट्रेनिंग दी थी. बल्कि ये वो नायक हीरे हैं जो खुद तराशे गए हैं. ऐसे में देहलां के ही पीटीआई सुशील कुमार ने इनपर मेहनत की थी जिसका परिणाम रहा कि इन्होने कबड्डी में देश का नाम ऊंचा किया था.
