भारत के महाबलीपुरम में 28 जुलाई से लेकर 9 अगस्त आयोजित हुए 44वें शतरंज ओलंपियाड के सफल आयोजन
ने भारत में अब शतरंज के लिए नए दरवाजे खोल दिए हैं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में खुद
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन चेन्नई में किया था, इतिहास में यह पहली बार हो रहा था
कि भारत इस परिमाण के खेल के आयोजन की मेजबानी कर रहा था इस कार्यक्रम में 186 देशों के
2000 से भी ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया था
इस आयोजन को पिछले संकरण की तुलना में बेहतर बनाने के लिए तमिलनाडु की सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल का दौरा भी किया यह सुनिश्चित करने के लिए कि आयोजन का संचालन
अच्छे से हो रहा है या नहीं इस ओलंपियाड में भाग लेने वाले कई प्रतियोगियों ने खुद यह भी कहा कि यह अब तक
का सबसे अच्छा शतरंज ओलंपियाड था
All India Chess Federation के साथ-साथ इस टूर्नामेंट के डायरेक्टर भरत सिंह चौहान और अखिल को दुनिया
भर से इस इवेंट को आयोजित करने के लिए काफी तारीफ भी मिली, बता दें की केंद्र सरकार ने इसके उद्घाटन से
39 दिन पहले ही35 ऐतिहासिक भारतीय शहरों में मशाल रिले की शुरुआत की थी जिसमें कई प्रसिद्ध शतरंज के
खिलाड़ियों ने जनता के लिए मैच भी खेले थे
देश में शतरंज की नई लहर पैदा करते हुए आजादी का अमृत मान भी एक अनोखे तरीके से मनाया जा रहा था
भारत की भी टीमों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया, महिला ओलंपियाड और पुरुष ओपन ओलंपियाड दोनों में ही
भारत में कांस्य पदक भी जीता जो कि देश के लिए काफी गर्व की बात थी
अब भारत के खिलाड़ी शतरंज में पहले से कहीं ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, भारत के युवा खिलाड़ी जैसे
Arjun Erigaisi और आर प्रज्ञाननंद विश्व भर में देश का काफी नाम रोशन कर रहे हैं और दोनों ही काफी कम
उम्र में ग्रैंड मास्टर भी बन चुके हैं |
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