भारतीय हॉकी टीम की कमान काफी समय से हरमनप्रीत सिंह को सौंप रखीए है. भारतीय टीम के स्टार ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने अपने प्रदर्शन से दुनियाभर में पहचान बनई है. हरमनप्रीत सिंह को शानदार प्रदर्शन और बेहतरीन डिफेन्स के कारण कई खिताब मिल चुके हैं.
ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने बचपन में चुनी थी हॉकी
हरमनप्रीत सिंह के बारे में बात करें तो इनका जन्म पंजाब के अमृतसर के जंडियाला गुरु बस्ती में हुआ था. इनका परिवार खेती कर पालन-पोषण करता था. बचपन से ही मुश्किलों का सामना करते आ रहे हरमनप्रीत सिंह ने अपने परिवार का हाथ बटाया और मेहनत-मजदूरी कर घर खर्च में सहयोग दिया.
हरमनप्रीत सिंह का बचपन से ही हॉकी के प्रति लगाव था जिसको देखते हुए उनके पिता ने जालंधर में स्थित सुरजीत हॉकी एकेडमी में उनका दाखिला करा दिया था. हरमनप्रीत सिंह हॉकी जगत के दिग्गज खिलाड़ी जुगराज सिंह को ही अपना आधारश मानते हैं. वह जंग लगी गियर की स्टिक से ही हॉकी खेलने का प्रयास करते थे और काफी संघर्ष किया करते थे. जंग लगी स्टिक से अभ्यास कर करके हरमनप्रीत सिंह के हाथ काफी मजबूत हो गए थे जिससे उनमें ड्रैगफ्लिकर की कला विकसित हुई.
हरमनप्रीत सिंह ने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा और हर मैच में भारत की जीत के लिए अपना शानदार प्रदर्शन करना जारी रखा था. उन्होंने टोक्यो ओलम्पिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई थी. ड्रैगफ्लिकर में माहरत हासिल करते वाले कप्तान हरमनप्रीत सिंह की मौजूदगी में भारतीय हॉकी टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा है.
आशा है आने वाले हर टूर्नामेंट में भी भारतीय टीम के कप्तान ऐसे ही प्रदर्शन कर टीम को विजय बनाने में कामयाब रहेंगे. भारतीय हॉकी टीम के हरफमौला खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह ने कई बार भारतीय टीम का नाम रोशन किया है. पिछले वर्ष की ही भांति हरमनप्रीत सिंह को FIH हॉकी स्टार अवार्ड्स में FIH प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया था. वहीं पिछले वर्ष यानी 2021-22 में भी FIH द्वारा हरमनप्रीत सिंह को इसी अवार्ड से नवाजा गया था.
भारतीय टीम के लिए हरमनप्रीत सिंह 155 मैच खेल चुके हैं. बता दें 2021 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हरमनप्रीत सिंह का अब ध्यान चैंपियंस ट्राफी में है. बता दें भारत ने हाल ही में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में जो कि बर्मिंघम में आयोजित हुए थे उसमें रजत पदक जीता था. विश्वकप कि बात करें तो भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा हो लेकिन कप्तान ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी. इसके साथ ही उन्होंने कई अहम मौकों पर भारतीय टीम को जीत दिलाई है.
अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर हरमनप्रीत ने कहा था कि, ‘ मैं FIH प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड 2021-22 जीतने के लिए वास्तव में बहुत विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हूँ.’ उन्होंने आगे कहा कि यह मेरे करियर के लिए एक बड़ा क्षण है और मैं वास्तव में बहुत खुश हूं.’
उन्होंने अपनी बात को आगे जारी करते हुए कहा कि, ‘मुझे कहना होगा कि यह पुरूस्कार मेरे अकेला का नहीं है. भले इसमें मेरा नाम जुड़ा हो लेकिन इसमें मेरे टीम के साथी खिलाड़ी के समर्थन और उनकी बिना मदद के यह सम्भव नहीं हो पाता. मैं इस अवार्ड को अपने सभी टीम के खिलाड़ियों को समर्पित करना चाहता हूं’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘इस तरह का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतना मुझे अपने खेल पर और ज्यादा मेहनत करने का जज्बा प्रदान करता है. मैं भी नियमित रूप से यही प्रयास करता हूँ कि अपने खेल पर प्रतिदिन प्रगति करता हूं. स्पेन और न्यूजीलैंड के खिलाफ मेरा उद्देश्य बनाई हुई योजनाओं को सही से क्रियान्वित करना है. इसके बाद ही हम इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.’
भारतीय कप्तान ने कहा कि यह मुकाबला सितम्बर में होने वाले एशियाई खेलों के लिए भारत की तैयारी जरूरी रहेगी. एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक विजेता टीम पेरिस ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लेगा. वहीं टीम के रवाना होने से पहले कप्तान ने कहा था कि, ‘हम लोग प्रो लीग के आखरी चरण में प्रवेश कर रहे हैं. हमारे सभी मैच काफी महत्वपूर्ण रहेंगे और हम अंक तालिका में मजबूत स्थिति बनाएंगे.
भारतीय पुरुष टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने आगे कहा कि, ‘हम इस दौरे के लिए काफी जोश में है. और टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है. और आगे भी हम शानदार प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाएंगे. इसके साथ ही टीम में अनुभवी खिलाड़ी भी है. इसके साथ ही टीम में अनुभवी गोलकीपर को भी शामिल किया गया है.’