एक बार फिर भारत के एक किशोर खिलाड़ी ने शतरंज में भारत का नाम रोशन कर दिया है , बेंगलुरू के
15 वर्षीय खिलाड़ी प्रणव आनंद ने 2500 elo mark को पार कर लिया है और भारत के 76वें ग्रंड्मास्टर
बन गए है , प्रणव ने रोमानिया में चल रही World Youth Chess Championship में 2500 एलो पॉइंट्स
को पार किया है | ग्रंड्मास्टर बनने के लिए एक प्लेयर को तीन GM norms को पूरा करना होता है और
लाइव रेटिंग में 2500 elo पॉइंट्स बनाने होते है और प्रणव ने ये सब पूरा कर लिया |
प्रणव ने दो GM norms जुलाई के महीने में स्विट्ज़रलैंड 55 th Biel Chess Festival के दौरान ही पूरे
कर लिए थे वो शतरंज के प्रति काफी जुनूनी है और इस खेल के प्रति उनकी रुचि काफी ज्यादा है , वो कितने
भी घंटों के लिए शतरंज खेल सकते है , ये बात खुद प्रणव के कोच वी सरवनन से एक इंटरव्यू के दौरान
बताई थी |
प्रणव के कोच ने ये भी बताया की प्रणव की उपलब्धियों का मुख्य कारण उनके परिवार , माता-पिता का
समर्पण है उन्होंने काफी समय तक प्रणव को सपोर्ट किया है , अगर महामारी नहीं आती तो प्रणव कम
से कम एक साल पहले ही ग्रंड्मास्टर बन चुके होते व अब तक के सबसे प्रतिभाशाली बच्चों में से एक है |
सरवनन ने अपने शिष्य की under-16 section World Youth Chess Championship 2022 की जीत के
बारे में बात करते हुए बताया था की “प्रणव endgame की calculations करने में काफी अच्छे है और वो
ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है “ | आनंद ने स्पेन के GM Eduardo Iturrizaga Bonelli को हरा कर अपना
तीसरा GM norm हासिल किया है , इसी ईवेंट में प्रणव ने GM Maxime Lagarde, GM Sethuraman S P
और GM Aryan Chopra को भी मात दी है |
ये भी पढ़े:-https://thechesskings.com/indian-chess-champion-pentala-harikrishna/